पिथौरा का ग्राम केसरपुर उल्टी-दस्त की चपेट में

विकासखण्ड पिथौरा के दूरस्थ ग्राम केसरपुर में उल्टी दस्त से करीब पूरा ग्राम पीड़ित हो गया है. इनमे 13 बच्चों सहित कुल 39 मरीजों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है.जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

0 200

- Advertisement -

पिथौरा|  विकासखण्ड पिथौरा के दूरस्थ ग्राम केसरपुर में उल्टी दस्त से करीब पूरा ग्राम पीड़ित हो गया है. इनमे 13 बच्चों सहित कुल 39 मरीजों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है.जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम केशरपूर में डायरिया का प्रकोप प्रारम्भ हो गया है.इसका कारण ग्रामीणों द्वारा टँकी के दूषित पानी के सेवन को बताया जा रहा है. बताया जाता है केशरपुर ग्राम के एक मुहल्ले निचेपरा में कुछ वर्षों से पेयजल टँकी की सफाई नही की गई थी जिससे इसका पानी प्रदूषित हो गया था.कुछ दिन पूर्व तक इस पानी से किसी किसी ग्रामीण को दस्त की शिकायत रही परन्तु वे स्थानीय स्तर पर ठीक होते रहे।परन्तु शनिवार से अचानक इस एक ही मुहल्ले के कोई 61 ग्रामीण डायरिया की चपेट में आ गए.जिन्हें समीप के बम्हनी ,एवम पिरदा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है.

सभी मरीज खतरे से बाहर- बी एम ओ

इधर स्थानीय समुदाइक स्वास्थ्य केंद्र की खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ तारा अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में प्रकोपित ग्राम कंचनपुर एवम सलडीह में पूरी तरह स्थिति नियंत्रण में है.अब प्रदूषित पानी के सेवन से केशरपुर के कोई 61 ग्रामीण डायरिया की चपेट में है इनमे 13 बच्चे शामिल है.अभी पिथौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 35 पिरदा में 10 एवम बम्हनी के शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में 5 मरीज भर्ती है।सभी का उपचार जारी है.सभी की हालत खतरे से बाहर है।जिनकी जल्द ही छुट्टी कर दी जाएगी.

- Advertisement -

पानी एवम स्टूल सैम्पल लिए गए
डॉ तारा ने बताया कि क्षेत्र में डायरिया के प्रकोप को देखते हुए जिले से आई एक स्वास्थ्य टीम ने ग्राम से पानी का सैम्पल एवम मरीजों के स्टूल सैम्पल लिए है.जिसकी रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.

अतिरिक्त बेड लगाए गए
पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए यहां अतिरिक्त बेड लगाए गए है.सभी मरीजों का तत्काल उपचार हो ऐसी व्यवस्था की गई है.इसके अलावा डॉ तारा अग्रवाल ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे भोजब ताजा एवम गर्म ही करे.हाथ बार बार धोए एवम पानी उबाल कर पिये.जिससे वे स्वयम को बीमारियों से सुरक्षित रख सके.

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा

Leave A Reply

Your email address will not be published.