KCC लोन: कर्ज माफ़ हुआ नहीं, खाते से 1 लाख और 79 हजार फर्जी दस्तखत से पार !
छत्तीसगढ़ सरकार की कर्ज माफ़ी का लाभ का इंतजार करते यह गरीब किसान बुरी तरह टूट चूका है | किसान की मानें तो कर्ज तो माफ़ हुआ नहीं उल्टे किसी ने उसके खाते से दो बार में 1 लाख और 79 हजार फर्जी दस्तखत कर निकाल लिये| पुलिस ने इसकी जाँच भी की है ,पर पता नहीं इसका क्या हुआ| बैंक कहता है तुम्हें यह कर्ज पटाना पड़ेगा |
बसना| छत्तीसगढ़ सरकार की कर्ज माफ़ी का लाभ का इंतजार करते यह गरीब किसान बुरी तरह टूट चूका है | किसान की मानें तो कर्ज तो माफ़ हुआ नहीं उल्टे किसी ने उसके खाते से दो बार में 1 लाख और 79 हजार फर्जी दस्तखत कर निकाल लिये| पुलिस ने इसकी जाँच भी की है ,पर पता नहीं इसका क्या हुआ| बैंक कहता है तुम्हें यह कर्ज पटाना पड़ेगा |
स्टेट बैंक बसना से लिए गये KCC लोन ने इस किसान के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं, जी का जंजाल बन गया है, उसे मरने के सिवाय कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है|
यह कहना है , बसना ब्लाक के सीमांत किसान पिलवापाली देवरी निवासी क़ौस्तूभमनी साव का , जिसने यह कर्ज लिया था|
62 साल के किसान क़ौस्तूभमनी साव कहते हैं, मैंने वर्ष 2015 में भारतीय स्टेट बैंक बसना से एक लाख अस्सी हज़ार रुपये KCC लोन लिया था| जिसे मैंने पटा दिया |
वर्ष 2016 में फिर एक लाख अस्सी हज़ार रुपये KCC लोन लिया| इस रकम से मैंने दो बार 40-40 हजार रूपये निकाले | एक बार बैंक जाकर और दूसरी बार एटीएम से | बाकि एक लाख रकम खाते में ही था जिसे मैं ज़रूरत पड़ने पर निकालना चाहता था |
वर्ष 2017 में अकाल पड़ने के कारण इसे नहीं पटा पाया था , 20 हजार रूपये मेरे पास था ,तो कर्ज कम हो सोचकर इसे जमा कर दिया | इस तरह मेरा कर्ज राशि 60 हजार ही रह गया | जिसे मैं पटा नहीं पा रहा था |
इसी बीच चुनाव आ गया | सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ़ हो गया, मैंने भी सोचा मेरा कर्ज माफ़ हो गया होगा |
बैंक गया और कर्ज माफ़ी के सम्बन्ध में पता लगाया तो पूछा गया क्या इस सम्बन्ध में तुमको कोई कागज मिला है क्या ? | मेरे पास नहीं था | तो बैंक वालों ने कहा , तुमको कर्ज पटाना पड़ेगा |
जररूत पर जब रकम निकालने गया तो पता चला कि मेरे फर्जी दस्तखत से किसी ने दो बार में 1 लाख और फिर 79 हजार रूपये निकाल लिए, जिसकी शिकायत मैंने बसना थाने में की थी |
किसान क़ौस्तूभमनी बताते हैं कि, 20-8-2020 को पुलिस ने इसकी जाँच की | बसना थाना में मुझे बुलाया गया | जाँच करने वाले साहब ने बयान लेकर मुझसे कुछ कागज पर दस्तखत करवाए|
क़ौस्तूभमनी के मुताबिक उसने प्रौढ़ शिक्षा के तहत दस्तखत करना भर सीखा है , उसे लिखना -पढना नहीं आता | कागज में क्या लिखा था मुझे नहीं मालूम, न ही क्या लिखा गया है इसे मुझे बताया गया , न ही समझाया गया| हस्ताक्षर दे दो बोले तो मैं हस्ताक्षर कर दिया|
क़ौस्तूभमनी कहते हैं, अब बैंक वाले कहते हैं कि आपको पैसा पटाना पड़ेगा, इतनी बड़ी रकम मैं कहाँ से पटाऊँ , कैसे पटाऊँ । मैं सीमांत किसान हूँ, 2-4 एकड़ जमीन है| परिवार में मैं ,मेरी पत्नी और बेटे और बहू हैं परिवार का गुजर बसर इसी से होता है |
क़ौस्तूभमनी कहते हैं, मुख्यमंत्री ने कर्जमाफी की घोषणा की पर मुझे इसका कोई लाभ नहीं मिला है | जबकि मेरे गाँव के एक साथी किसान गौरी, जिसने इसी बैंक से kcc कर्ज लिया था माफ़ हो गया | और भी किसानों का माफ़ हो चुका है |
बैंक से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी तो भी कोई सूचना नहीं दी गई | मैंने कृषि बीमा करवाया था 69,900 का जिसकी भी कोई जानकारी नहीं दी गई |
कुछ दिन पहले मेरे खाते में 1,07,860.60 बेलेंस का मैसेज मिला है , पर मेरे खाते को होल्ड पर रखा गया है |
क़ौस्तूभमनी कहते हैं, KCC लोन लेना मेरे लिए जी का जंजाल बना बैठा है | जमीन छीन गई तो मेरा क्या होगा ? परिवार का क्या होगा ? मेरे लिए तो मरने के सिवाय कोई रास्ता नहीं दिख रहा है |
किसान के बेटे ने बताया कि वे वे पढ़े लिखे नहीं हैं लिहाजा बैंक में रकम निकालने में उनका परिचित और उस बैंक में काम करने वाला बिदेशी सिदार मदद कर देता था एटीएम से भी रकम निकालने में वही मदद करता था |
deshdigital को स्टेट बैंक बसना के मैनेजर भूपेंद्र देवांगन से जब इस सम्बन्ध में बताया कि मामला पुराना है तब वे यहाँ पदस्थ नहीं थे | तत्कालीन मैनेजर का निधन हो चुका है | मामले की शिकायत पुलिस में की जा चुकी है | किसान को कर्ज माफ़ी के तहत उसके खाते में रकम जमा हुआ है | किसान का खाता होल्ड पर रखा गया है इसकी जानकारी किसान ने उन्हें नहीं दी है | कई बार kyc नहीं होने के कारण होल्ड पर रखा जाता है | किसान बैंक आकर मिले तो पूरी जानकारी दे दी जाएगी |
रिपोर्ट : डॉ. निर्मल कुमार साहू , बसना से बृजलाल दास के साथ