ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रास्ते बिहार जा रहा 1.40 करोड़ का गांजा जब्त,दो तस्कर गिरफ्तार
ओडिशा से जिले के रास्ते तस्कर गांजे को कभी वाहन के गुप्त चेंबर में, सिंटेक्स टंकी में, पशु आहार में तो कभी सब्जियों के बीच गांजा की तस्करी करते पकड़े गए हैं। मंगलवार को फिर एक बार आरोपियों द्वारा नारियल बुच की रस्सियों के बंडल के बीच छिपाकर तस्करी कर बिहार जा रहे थे कि पिथौरा चौक पर पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आरोपियों के पास से सात सौ किलो गांजा बरामद किया गया। जिसकी कीमत एक करोड़ 40 लाख है।
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महासमुंद। ओडिशा से जिले के रास्ते तस्कर गांजे को कभी वाहन के गुप्त चेंबर में, सिंटेक्स टंकी में, पशु आहार में तो कभी सब्जियों के बीच गांजा की तस्करी करते पकड़े गए हैं। मंगलवार को फिर एक बार आरोपियों द्वारा नारियल बुच की रस्सियों के बंडल के बीच छिपाकर तस्करी कर बिहार जा रहे थे कि पिथौरा चौक पर पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आरोपियों के पास से सात सौ किलो गांजा बरामद किया गया। जिसकी कीमत एक करोड़ 40 लाख है।
कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि मंगलवार को पिथौरा चौक बागबाहरा में चेकिंग चल रही थी इसी बीच महिंद्रा पिकअप क्रमांक जे एच 01 जी 5116 तेज रफ्तार से ओडि़शा की ओर से आ रही थी जिसे रोका गया।
वाहन में दो व्यक्ति सवार थे। जब वाहन की तलाशी ली गई तो पीछे तिरपाल के नीचे नारियल के बुच की रस्सियों के बंडल भरा हुआ था उसके बीच में भूरे रंग के 70 पैकेट मिले जिसमें से कुल 700 किलो गांजा पाया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी भगवतपुर थाना चांदी जिला भोजपुर बिहार निवासी छोटेलाल यादव (28) और कुसुम्ही पोस्ट जमोडी थाना तरारी जिला भोजपुर बिहार निवासी रविंद्र तिवारी (52) ने बताया कि वह ओडि़शा से गांजा लेकर बिहार जा रहे थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इससे पहले भी आरोपी द्वारा छोटी मात्रा में ट्रेन के माध्यम से गांजा की तस्करी कर चुके हैं हौसला बढऩे पर इन्होंने अधिक फायदे के लालच में इतनी बड़ी मात्रा में गांजा तस्करी की। पुलिस ने वाहन सहित 6 हजार रूपये नकदी और दो नग मोबाइल आरोपियों से जब्त किया।
संपूर्ण कार्रवाई पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुलकर साहू, एसडीओ बागबाहरा लितेश सिंह के निर्देशन में थाना प्रभारी कोमाखान निरीक्षक सिद्धेश्वरप्रताप सिंह, स्वराज त्रिपाठी, ललित पटेल, एकलव्य बैस,मेहत्तर साहू ,हरीश साहू, मुकेश बेहरा ,भूपेंद्र चंद्राकर द्वारा की गई।