लगातार भालू की आमद, डिपोपारा कर्मचारी कॉलोनी में दहशत
तीन दिनों से लगातार भालू की आमद से डिपोपारा कर्मचारी कॉलोनी में दहशत का माहौल है. अब इधर नवदुर्गा पंडाल सजे हुए हैं. रात में लोगों की आवाजाही है.वन विभाग लोगों से घरों से न निकले की हिदायत दी है.
पिथौरा| तीन दिनों से लगातार भालू की आमद से डिपोपारा कर्मचारी कॉलोनी में दहशत का माहौल है. अब इधर नवदुर्गा पंडाल सजे हुए हैं. रात में लोगों की आवाजाही है.वन विभाग लोगों से घरों से न निकले की हिदायत दी है.
ज्ञात हो कि नवरात्रि के अवसर पर क्षेत्र के अनेक स्थानों पर दुर्गा पंडाल लगे है और रास गरबा भी चल रहा है. दूसरी ओर वन एस डी ओ यू आर बसंत ने बताया कि प्रभारी रेंजर को निर्देश दिए गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा के 1 किलोमीटर के आसपास कर्मचारी कॉलोनी ओवरब्रिज के समीप कल रासगरबा के पास तक एक भालू पहुच गया था ज़िसे रात कोई साढ़े दस बजे एक महिला ने देखा और दौड़ती भागती घर पहुच कर बताया कि भालू ओवरब्रीज के नीचे है. इसकी जानकारी मिलते ही दुर्गा पंडाल के आसपास के लोगो ने हल्ला कर लाउडस्पीकर की आवाज बढ़ा कर उसे भगाया गया.
लगातार भालुओं के आकर परेशान करने से त्रस्त एक पत्रकार नन्दकिशोर अग्रवाल ने स्थानीय प्रभारी रेंजर से मदद मांगी तब उन्हें रेंजर ने सलाह दे डाली कि अपने घर से बाहर मत निकलो. इसके बाद कल भी एक अन्य पत्रकार रमेश सिन्हा ने मोहल्ले वालों की भालू से सुरक्षा हेतु प्रभारी को कॉल किया गया. परन्तु विभाग की उदासीनता देख उन्होंने डीएफओ महासमुन्द से इसकी शिकायत की जिस पर डीएफओ ने उन्हें अभी स्टाफ भेजता हु कहा और देर रात तक कोई कर्मी नही आया. लिहाजा मोहल्लेवासियों ने स्वयम ही हो हल्ला कर भालू को खदेड़ा.
इसके पूर्व भी शनिवार को यह भालू डिपोपारा के रमेश दीक्षित परिवार की बॉडी में पुनः घुसने के प्रयास में छत पर चढ़ गया था परन्तु कुत्तों के भौंकने से और होहल्ला सुनकर भालू छत से नीचे कूद कर अंधेरे में कही छिप गया.
बहरहाल पिथौरा वन परिक्षेत्र में रेंजर के सेवानिवृत होने के बाद लगातार दूसरे डिप्टी रेंजर को रेंजर का प्रभार सौंपा गया है.दोनों ही प्रभारियों के कार्यकाल में वन्य प्राणियों के नाम से नगर के आसपास के निवासी दहसत में जी रहे हैं.
गस्त कर रहे –बसंत
दूसरी ओर मोहल्लेवासियों की बातों के उलट स्थानीय वन एस डी ओ यू आर बसंत ने इस प्रतिनिधि को बताया कि वे गस्त करवा रहे हैं.
deshdigital के लिये रजिंदर खनूजा