भुरकोनी में रामकथा का समापन,सांसद एवम विधायक भी शामिल हुए
विकासखण्ड के ग्राम भुरकोनी में नव वर्ष के प्रथम दिन से आयोजित रामकथा का शनिवार को समापन हुआ।कथा वाचक साध्वी राधिका किशोरी द्वारा व्यासपीठ से सुनाई गई रामकथा में क्षेत्रवासियों के साथ क्षेत्रीय सांसद एवम विधायक भी शामिल हुए।
पिथौरा।विकासखण्ड के ग्राम भुरकोनी में नव वर्ष के प्रथम दिन से आयोजित रामकथा का शनिवार को समापन हुआ।कथा वाचक साध्वी राधिका किशोरी द्वारा व्यासपीठ से सुनाई गई रामकथा में क्षेत्रवासियों के साथ क्षेत्रीय सांसद एवम विधायक भी शामिल हुए।
समापन दिवस की कथा में साध्वी राधिका किशोरी ने कहा कि सुंदरकांड में हनुमानजी की भक्ति की पराकाष्ठा तथा उनके सामर्थ्य का प्रगटीकरण है सुंदरकांड अपने आप में महामंत्र है। और उत्तरकांड मानव जीवन की समस्त जिज्ञासाओं और सवालों का उत्तर देता है। मानवीय समस्याओं का संपूर्ण समाधान तुलसीदास जी ने उत्तरकांड में दिया है।
उन्होंने कहा कि सेवा में समर्पण का भाव होना आवश्यक है हनुमानजी की भक्ति और सेवा में पूरी तरह रामजी की कृतज्ञता का भाव है। यही कारण है कि जब भगवान ने जिज्ञासा जताते हुए हनुमानजी से पूछा तो हनुमानजी ने कहा कि “सो तव प्रताप रघुराई, नाथ न कछु मोरि प्रभुताई” अर्थात उन्होंने संपूर्ण श्रेय भगवान को दिया। जबकि भगवान श्री राम ने हनुमान पर कृतज्ञता जताते हुए कहा कि “सुनु सुत तोहि उरिन मैं नाही, देखेउँ करि विचार मन माही।।” अद्भुत समर्पण का भाव है जो भक्त और भगवान के बीच ही प्रगट हो सकता है।
“सांसद और विधायक ने लिया कथा का लाभ”
कथा के अंतिम दिवस सांसद चुन्नीलाल साहू और क्षेत्रीय विधायक व संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव भी कथा में शामिल होने भुरकोनी कथा स्थल पहुचे एवम कथा श्रवण किया। ज्ञात हो कि नववर्ष के अवसर पर ग्राम भुरकोनी में श्री राम कथा का आयोजन किया गया था पूरे गांव को तोरण-पताकाओं और स्वागत द्वारों से अवधपुरी की तरह सजाया गया था। ग्राम वासियों में अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा था।
प्रथम दिवस ग्राम वासियों ने अपना काम-काज बंद रखा और कलश यात्रा में शामिल हुए। कथा के दौरान विशेष प्रसंगों राम-जन्म, राम-जानकी विवाह और राम राज्याभिषेक को साध्वी की कथा प्रस्तुति और ग्रामवासियों के उत्साह ने यादगार बना दिया।
सप्तदिवसीय आयोजन में प्रति दिवस गांव के दानदाताओं ने रात्रिकालीन भंडारा का आयोजन भी रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त ग्रामवासियों का अपूर्व सहयोग रहा।