खुड़मुड़ा सामूहिक हत्याकांड: बहू निकली मास्टर माईंड
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बहुचर्चित सामूहिक हत्याकांड की मास्टर माईंड बहू निकली, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड़ में पुलिस पहले ही महिला के पति समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सास दुलारी बाई को बहू के अवैध संबंध का पता था जिसे लेकर वह धमकी दिया करती थी| सास से बदला लेने उसने पूरी योजना बनाई थी जिसमे अपने प्रेमी को भी शामिल किया था|
दुर्ग| छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बहुचर्चित खुड़मुड़ा सामूहिक हत्याकांड की मास्टर माईंड बहू निकली, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड़ में पुलिस पहले ही महिला के पति समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सास दुलारी बाई को बहू के अवैध संबंध का पता था जिसे लेकर वह धमकी दिया करती थी| सास से बदला लेने उसने पूरी योजना बनाई थी जिसमे अपने प्रेमी को भी शामिल किया था|
राजधानी रायपुर से लगे दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना अंतर्गत खुड़मुड़ा गांव में 21 दिसंबर 2020 को सोनकर परिवार के 4 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
बहू निर्मला सोनकर पर अमलेश्वर पुलिस को पहले से ही शक था, लेकिन सबूत के अभाव में उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था। वारदात के 145 दिन बाद महिला की ब्रेन मैपिंग रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
बताया गया कि निर्मला ने ही प्रेमी रोहित मौसा को पति गंगाराम से मिलवाया था। उसी के कहने पर पति ने प्रेमी को भी वारदात में शामिल कर लिया था। जिसके बाद सभी ने महिला के सामने ही पूरे हत्याकांड की प्लानिंग की।
इस हत्या के 84 दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया और गंगाराम, उसके पड़ोसी महाकाल, दोस्त नरेश और पत्नी के प्रेमी रोहित मौसा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
बता दें दुर्ग जिले में 21 दिसंबर 2020 खुड़मुड़ा गांव स्थित बाड़ी में एक साथ चार लोगों की लाश मिली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, पहले तो घटना में दो ही शव मिले थे। लेकिन बाद में पानी की टंकी से दो और शव बरामद किए गए थे। मृतकों में बालाराम सोनकर, पत्नी दुलारी सोनकर, पुत्र रोहित सोनकर और बहू कीर्तिन सोनकर शामिल शव मिले थे। आरोपियों ने दुलारी और कीर्तिन के सिर पर सिलबट्टे से वार किया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।
घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। गृहमंत्री समेत कई बड़े नेताओं ने गांव में आकर सोनकर परिवार और ग्रामीणों से मुलाकात की थी और घटना की अच्छे से जांच के निर्देश दिए थे। इस घटना में 11 साल का नाबालिग घायल हुआ था। वही इस पूरी वारदात का अकेला गवाह था। जिसकी मदद से पुलिस ने आरोपियों के स्केच जारी किए थे, और जांच कर आरोपियों तक पुलिस पहुंचने में कामयाब हुई थी।