जांजगीर-चाम्पा| बीजापुर के नक्सल हमले में शहीद एसआई दीपक भारद्वाज का पार्थिव देह जब पिहरीद पहुंचा तो पूरा गाँव रो पड़ा| हजारों लोगों ने नम आखों से अपने इस शहीद लाडले बेटे को अंतिम विदाई दी|
जांजगीर-चाम्पा जिले के मालखरौदा क्षेत्र के पिहरीद गांव के शहीद एसआई दीपक भारद्वाज का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया| मुखाग्नि उनके पिता राधेलाल भारद्वाज ने दी|
शहीद एसआई दीपक भारद्वाज का पार्थिव देह पिहरीद गांव पहुंचा तो पूरा गांव रो पड़ा और शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए और नाम आखों से अंतिम विदाई दी |
अंतिम संस्कार से पहले सांसद गुहाराम अजगले, विधायक रामकुमार यादव, केशव चन्द्रा, बिलासपुर आईजी रतन लाल डांगी, बीजेपी नेता पूर्व आईएएस ओपी चौधरी, कांग्रेस के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रवि भारद्वाज, पूर्व विधायक निर्मल सिन्हा ने श्रद्धांजलि अर्पित की|
मीडिया से बात करते शहीद दीपक भारद्वाज के पिता राधेलाल भारद्वाज ने कहा कि नक्सलियों ने कायराना करतूत को अंजाम दिया है| नक्सलियों को लोकतंत्र पर भरोसा रखना चाहिए और बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहिए| बुलेट के बजाय, बैलेट पर नक्सली भरोसा करे|
चन्द्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि जिला, प्रदेश और देश ने एक सपूत को खोया है| नक्सलियों को सबक सिखाने के लिए ऐसे माटीपुत्र के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता|
मालूम हो कि शनिवार को बीजापुर जिले के तर्रेम में हुई नक्सल मुठभेड़ में शहीद सबसे ज्यादा 7 जवान बीजापुर जिले के हैं इनमें 6 DRG तो एक बस्तर बटालियन और एक STF का है| CRPF कोबरा के 2 जवान असम, 2 जवान उत्तर प्रदेश , 2 जवान आन्ध्रप्रदेश, 1 त्रिपुरा का है| जम्मू- कश्मीर निवासी कोबरा का एक जवान लापता है| घायल जवानों में भी सबसे ज्यादा बीजापुर जिले के है|
छत्तीसगढ़ के बस्तर ,सरगुजा , कोंडागांव, राजनादगांव, और गरियाबंद जिले के निवासी STF के एक-एक जवान शहीद हुए हैं| इस तरह कुल 22 जवानों की शहादत हुई है|