नक्सलियों ने पत्रकारों को जनअदालत में सजा देने की धमकी
नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया
जगदलपुर| नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पत्रकारों एवं समाजसेवकों को जनअदालत में सजा देने की धमकी दी है।
जारी विज्ञप्ति में बस्तर के प्राकृतिक संसाधनों की लूट में पत्रकार एवं समाज सेवको को साथ देने का आरोप लगाया है। पत्रकारों पर समाजसेवकों की आड़ में कारपोरेट घरानों की सेवा में लगने का भी आरोप है। इन पत्रकारों को दलाल कहा गया है |
पूरा पत्र पढ़ें –
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी)
दक्षिण सब जोनल ब्यूरो
प्रेस वक्तव्य
दिनांक:-9/2/2021
प्रत्रकार व समाज सेवक के आड़ में कॉरपोरेट घरानों के सेवा में लगे रहे
फारुख अली दलाली हरकतों को निंदो करो!
आज-कल मीडिया में महेन्द्र कर्मा के वारिश और टाइगार -2 के रूप में खूब प्रचार में रहे फारूख अली के राठी नार्ट संस्थापक लीलाधर राठी द्वारा उत्कृष्ट कार्य के नाम से सम्मानित करना ये दर्शता है कि शोसक वर्गों ने जन संघर्षों को दबाने के लिए एक भ्रष्टावारे हत्यारे को आगे ला रहे है. फासीवादी सलवा जुडुम’, ‘शाति सेना, ‘अग्नि जैसी प्रतिक्रांतिकारी संस्थाओं के नेता के रूप में उभरके आ रहे फारूख अली जैसे गुण्डों को शोषक वर्गों ने सम्मानित करना स्वाभाविक है. फारूख अली बताया जैसा यहां कोई हमारे संस्था में बाहर वाले नहीं है, सदस्य से लेकर नेतागण तक यही का जनादोलनों से पैदा हुए है, और यहां कोई भी दूसरे बहकावे में काम नहीं कर रहे हैं. सभी को अपने अंतिम लक्ष्य और उत्ते प्राप्त करने की योजना पर स्पष्टता है. केंद्र में हिंदु राष्ट्रवादी भाजपा सरकार ने कारपोरेट घरानों को आधिक से आधिक फैदा पहुचाने के लिए तीन किसान विरोधी कानून लाया कोरोना माहन्मरी संकट को खूब इस्तेमाल करते हुए मजदूर विरोधी कानून लाया. दलितों आदिवासियों, महिलाओं, धार्मिक मैनार्टरी मुसालमानों पर अत्याचार-हत्याकाण्ड जारी है. जम्मू-कश्मीर राज्य को जेलकाना में तब्दील कर उन्हे विशेष दर्जा दिलाने वाला धारा 370 को हटाया गया. वहां के प्राकृतिक संसाधानों को लूटने के लिए विदेशी, पूजीपतियों को खूला छूट दे दिया. इसके विरोध में देश के तमाम उत्पीडित जनता एकजुट होके संघर्ष कर रही है. इन सबके विरोध में ये संघर्ष तीव्र होते जा रहा है|
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने यहां के प्रकृतिक संसाधानों को कारपोरेट घरानों के हाथो सौपने के लिए ही भू-अर्जन, पुनर्वास-पूनरव्यवस्थापन कानून 2019 को लाया. हजारों की संख्या में जनता को बेदखल करने के लिए खादाने व बांधे शुरू करने के लिए रमझौता कर चुके हैं. इनके विरोध में चल रहे जनांबोतनों को दबाने के लिए ही कॉरपेट सुखा मजबूब व विरतार कर रही है. नया कैम्पे तैनाती, रोड व पुल-पुलिया निर्माण युद्ध के तौर पर किया जा रहा है. नया केम्प तैनाती व खादन खोलने के विरोध में जनता ने लगातार आंदोलन कर रही है. इस पर सरकार चला रहे पाशविक दमन को भी हराते हुए जनसंघर्ष आगे बढ़ रही है. सरकार द्वारा बाताया जैसा ये जनांदोलन माओवादियों के बहकावे में नहीं बल्कि अलग-अलग संस्थाओं का मदद लेते हुए सुद ब खुद जनता ने स्वतंत्र रूप से चला रही है, जनता अपना जल, जंगल, जमीन व अस्तित्व , अस्मिता अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे है.
लूटेरे सरकारों संघर्षरत जनता पर समाधान दमन अभियान चला रही है. लोन वारंट’ अभियान के अंतर्गत जनता को धमकिया देना, कट्टर नक्सलवादी के नाम से इनामी घोषित करना, झूठी तरेण्डर्स दिखाना, आवेध गिरफ्तारियां करके जेल भेजना, मूठभेडों के नाम से हत्याएं करना जारी है. तेदामुता बस्तार, जन जागरण के नाम से प्रतिक्रांतिकारियों द्वारा क्रांतिकारी जनता पर लागातर दुष्प्रचार किया जा रहा है.
आज देश भयंकर आर्थिक संकट से जुझ रही है. लूटेरे सरकारो की जनविरोधी नीतियों के कारण बेरोजगारी, महागाई आसमान छू रही है. देश के उत्पीड़ित जनता का स्थिति अत्यंत दयनीय है. इस आर्थिक महा मंदी के बोझ को जनता पर लादने के लिए लगी हुई है. प्रशासन अक्रामक रूप से बस्तर के प्रकृतिक संसाधानों को लूटने में लगी हुई है. इससे संतुष्ट लीलाधर राठी, पी. विजय, फारूख अली गणेश मिश्र, शुभ्राषू चौधरी जैसे दलालों ने प्रशासन के कदम में कदम मिला रहे है.
दलाल पूंजीपतियों से कारोडों रूपया प्रप्त सलवा जुडुग सरगाण गहेंद्र कर्मा द्वारा पाशविक दगन चलाया गया, इसे सुप्रीम कोर्ट भी आवेध घोषित किया. इस दमन अभियान के वजह से 50 हजार जनता ने विस्थापन होना पड़ा. अंत में क्रांतिकारी जनताने इस अभियान को हराया लूटेरे शासक वर्गों द्वारा टाइगर कहलाने वाले महेन्द्र कर्मा भी गीएलजीए की हाथों मौत की सजा झेलना ५डा. “परलम्बा पहाड़ को खन खोलने के लिए दलाल पूंजीपतियों को सोपा गया. इस पहाड़ी में खुदाई कटोक चलाने के लिए ही फारुख अली को टाइगर-2 नाम देकर सामने ला रहे है.
लोकतंत्रवादियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों से अपील!
स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया के तरफ हमारी पार्टी हमेशा कड़ी रहती है. प्रत्रकारिता के नाम से कुछ लोग शोसक वर्गों के चापलूची कान कर रहे है. लोकतंत्र के लिए चौथी खम्बा कहलाने वाला मीडिया ऐसे दरीदों को अपने से दूर रखना चाहिए. आज की समाज में ब्राह्मणीय हिन्दुत्व फासीवादी शासनकाल में संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए विपक्षि पार्टीयां भी कानूनी सभाओं की बाहर भी संघर्ष करने की स्थिति है. इसके लिए अनिर्वाय संघर्ष जारी है. ऐसी स्थिति में मीडिया निषक्ष और स्वतन्त्र रहना अत्यत आवश्यक है, देश में नया भारत के नाम से हिन्दु राष्ट्र निर्माण करने जा रहे फासीवादी भाजपा, जनविरोधी नीतियों को अपना रही कांग्रेस शासन के विरोध में अपनी-अपनी न्ययोसित मांगे लेकर संघर्षरत किसान, मजदूर, छात्र कर्माचरी महिलाएं, दलित, आदिपात्तियों के मदद में स्वर मिलाईए. फासीवादी दमन अभियान को हराने के लिए आपकी मदद की जरूरत है शासक वर्गों के वफादार फारूख अली, लीलाधर राठी जैसी गद्दरियो का असलियत को जानिएं, उनके द्वारा किए जा दुष्प्रचार को फर्दाफाश किजिए. भ्रष्टाचारियों कारपोरेट घरानों के दलालों को जनता जनअदालत में जरूर सजा देगी. फासीवादी दमन योजना समाधान को हराएंगे. आखरी जीत उत्पीड़िता जनता का ही होगी.
दक्षिण सब जोनल ब्यूरो
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी)