जगदलपुर| बस्तर में पहली बार मानव तस्करी व दास प्रथा का मामला दर्ज किया गया है। मामले में एक महिला और खरीददार युवक को गिरफ्तार किया गया है । आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराओं के साथ धारा 3070 का अपराध भी दर्ज किया गया है । जो दास प्रथा से ताल्लुक रखता है।
बताया गया कि शहर की मेटगुड़ा की निवासी युवती को 02 लाख में बेचा गया| साल भर उसका शारीरिक शोषण होता रहा| जब उसने एक बच्चे जन्म दिया तो बच्चे को रखकर उसे छोड़ दिया गया। युवती ने स्थानीय कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई ।
पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आये हैं उसके अनुसार मानव तस्करी की मास्टर माइंड रायपुर की ममता अग्रवाल है जो पहले से ही कोंडागांव की दो आदिवासी युवतियों को बेचने के आरोप में जेल में है।
मेटगुड़ा की पीड़िता का मामला सामने आने पर लड़की की (मानव तस्करी) खरीद-फरोख्त में ममता अग्रवाल को ही आरोपी बनाया जा रहा है ।इससे स्पष्ट है कि एक पूरा रैकेट युवतियों की खरीद-फरोख्त में चलाया जा रहा है।
ऐसा माना जा रहा है कि बस्तर संभाग के कई जिलों से लड़कियों को बहला फुसलाकर शादी का झांसा दे बेचा गया है। इस मामले में ममता अग्रवाल को रिमांड में लेकर कड़ी पूछताछ बस्तर पुलिस कर सकती है।
मामले के अनुसार मेटगुड़ा की युवती से कुछ समय पहले शेफाली , ममता और केशव जो मप्र के रायसेन का निवासी है मिले थे और केशव से उसकी शादी करवाने कहा गया । युवती घर वालों को बिना बताए इनके साथ रायपुर चली गई और सभी भी ममता के घर रुके।
इसके बाद केशव युवती को लेकर रायसेन चला गया । वह अक्सर युवती से कहता था कि उसे दो लाख में खरीद कर लाया है ।
पुलिस के अनुसार लड़कियों के खरीद फरोख्त की सूचना मिलते ही उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी|