बस्तर की तीरंदाज बाला राधिका को ओलंपिक खेलने की चाहत
बस्तर की तीरंदाज बाला राधिका पोयाम छत्तीसगढ़ से तीरंदाजी में ओलंपिक खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनना चाहती है| सीएम श्री भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान उसने यह इच्छा जाहिर की |
जगदलपुर | बस्तर की तीरंदाज बाला राधिका पोयाम छत्तीसगढ़ से तीरंदाजी में ओलंपिक खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनना चाहती है| सीएम श्री भूपेश बघेल से मुलाकात के दौरान उसने यह इच्छा जाहिर की |
सीएम श्री भूपेश बघेल ने आज क्रीडा परिसर में निर्माणाधीन कार्यों के अवलोकन के दौरान बस्तर के नेशनल लेवल के खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने क्रीड़ा परिसर के अवलोकन के दौरान तीरंदाजी में 4 बार राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली कुमारी राधिका पोयाम से मुलाकात की । कुमारी राधिका ने सब जूनियर तीरंदाजी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था।
मुख्यमंत्री ने कुमारी राधिका से बात करते हुए उनसे तीरंदाजी किट के बारे में जानकारी ली और तीरंदाजी में इस्तेमाल किए जाने वाले तीरों को अपने हाथों में लेकर उनका निरीक्षण किया।
सुश्री राधिका पोयाम बस्तर जिले के दुर्गम वनांचल क्षेत्र बुरुंगपाल की रहने वाली हैं, इसके बाद भी उन्होंने तीरंदाजी के प्रति अपने जुनून को कम नहीं होने दिया और लगातार अभ्यास करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
कुमारी राधिका ने तीरंजादी खेल के बारे मे मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए कहा कि ये खेल ओलंपिक में भी खेला जाता है और वो छत्तीसगढ़ से तीरंदाजी में ओलंपिक खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनना चाहती हैं।
कुमारी राधिका ने धरमपुरा क्रीड़ा परिसर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी रेंज और ट्रेनिंग सेंटर के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अवलोकन के दौरान बस्तर जिले के दंतेश्वरी वार्ड में रहने वाले 13 साल के श्री युवराज सिंह से भी मुलाकात की। श्री युवराज म्यू थाई बाक्सिंग में पिछले पांच वर्षों से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले श्री युवराज का लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर म्यू थाई बाक्सिंग में छत्तीसगढ़ के नाम को रोशन करने का है। मुख्यमंत्री ने श्री युवराज को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
गौरतलब है कि बस्तर की माटी से ऐसे अनेक खिलाड़ी निकले हैं जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं। शासन की तरफ से भी बस्तर की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बस्तर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
धरमपुरा क्रीड़ा परिसर का निर्माण अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो रहा है। क्रीड़ा परिसर को खिलाड़ियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। क्रीड़ा परिसर में 400 मीटर के सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रेक का निर्माण अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के आधार पर हो रहा है। ट्रेक के निर्माण में विश्व के सबसे एडवांस मटेरियल का उपयोग हो रहा है। ट्रेक में इस्तेमाल होने वाला वी मैक्स नाम का मटेरियल स्विट्जरलैंड में निर्मित होता है।
बस्तर जिले के धरमपुरा में 27 एकड़ क्षेत्र में अत्याधुनिक खेल परिसर को विकसित किया जा रहा है। इस खेल परिसर में 16 करोड़ 56 लाख की लागत से 4 बडे खेलों के लिए अलग-अलग मैदान तैयार किया जा रहे हैं।
यहां पर एथलेटिक्स, तीरंदाजी, व्हालीबाल, हैंडबाल, खो-खो, कबड्डी के लिए इंडोर स्पोर्ट हॉल का भी निर्माण कार्य किया जा रहा है। क्रीड़ा परिसर में एक अलग खेल मैदान के साथ ही लॉन्ग जंप, हाई जंप के लिए भी अलग से स्थान सुरक्षित किया गया है ताकि इन खेलों के खिलाड़ियों को भी बेहतर खेल का मैदान मिल सके।
धरमपुरा क्रीड़ा परिसर में 7 करोड़ 46 लाख की लागत से 400 मीटर के 8 लेन एथलेटिक्स ट्रेक, 4 करोड़ 72 लाख की लागत से 200 मीटर के 6 लेन प्रैक्टिस एथलेटिक्स ट्रेक तथा तीरंदाजी सह ट्रेनिंग सेंटर तथा 4 करोड़ 38 लाख की लागत से मल्टीपर्पज इंडोर स्पोर्ट्स हॉल का निर्माण हो रहा है। इन निर्माणाधीन कार्यों के पूर्ण हो जाने पर बस्तर संभाग के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल मैदान में खेलने का अनुभव मिलेगा और खिलाड़ियों के प्रदर्शन में भी निखार आएगा।
क्रीड़ा परिसर में तैयार हो रहे पैवेलियन में एक साथ 1550 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी। यहां पर खेल देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था की गयी है, जिसमें एक साथ 340 चार पहिया वाहनों की पार्किंग हो सकेगी। क्रीड़ा परिसर में एथलेटिक्स ट्रेक के निर्माण हो जाने से यहां पर ट्रेक एंड फील्ड के सभी स्पर्धाओं का आयोजन हो सकेगा।
छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हो रहा है कि एथलेटिक्स के 400 मीटर मेन ट्रेक के साथ ही 200 मीटर के वार्मअप सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रेक का निर्माण भी किया जा रहा है। वर्तमान में यह सुविधा छत्तीसगढ़ में सिर्फ बस्तर में ही उपलब्ध होगी।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर श्री दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, क्रेडा अध्यक्ष श्री मिथिलेश स्वर्णकार, मछुवा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम आर निषाद, नगर निगम की सभापति श्रीमती कविता साहू, कलेक्टर श्री रजत बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, खेल प्रशिक्षक एवं खेल जगत जे जुड़े लोग उपस्थित थे।