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वास्तु-ज्योतिष
राम नाम से होगा बेड़ा पार
राम से बड़ा राम का नाम होता है। जहां भगवान राम की सेवा पूजा से केवल वही प्रसन्न होते हैं, राम का नाम लेने मात्र से ही भगवान राम सहित हनुमानजी तथा देवों के देव महादेव भी प्रसन्न होकर…
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भोलेनाथ की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्यान
पूजा-पाठ में विधि विधान का बहुत अधिक महत्व होता है। लोग घर में शुख-शांति के लिए पूजा-पाठ, हवन करते हैं। वैसे ही हर भगवान की पूजा करने का तरीका भी अलग-अलग होता है।
वैसे ही भगवान शिव…
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कर्म प्रधान देवता हैं शनिदेव
शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। उनका एक अहम स्थान है। धर्मग्रंन्थों के अनुसार शनिदेव कर्म प्रधान देवता हैं और वह मनुष्य के कर्मो के अनुसार फल देते हैं।
इसीलिए…
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इस प्रकार बनायें दिन को बेहतर
अगर आप अपना दिन बेहतर बिताना चाहते हैं तो इसके लिए अच्छी शुरुआत करें। अक्सर हम अपने आसपास की ढेर सारी बातों को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन इनका हम पर सीधा असर पड़ता है।
वास्तुशास्त्र…
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वास्तुशास्त्र के अऩुसार करें रसोईघर और शौचालय का निर्माण
हमेशा अपने घर को बनाते समय वास्तु का ध्यान रखें क्योंकि अगर ऐसा नहीं होगा तो हमें घर में भी सुख शांति नहीं मिल पाएगी और सफलता की संभावनाएं भी कम होने लगेंगी।
प्राचीन समय में वास्तु…
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यहां बाल रुप में विराजमान हैं पवनपुत्र
हनुमान जी अपने नाम के अनुरुप ही भक्तों के संकटों को दूर करते हैं। आस्था और सच्ची भक्ति के आगे स्वयं भगवान भी नतमस्तक हो जाते हैं और अपने प्रिय भक्त को संसार का हर सुख देने को आतुर रहते…
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मंत्रों की ध्वनि में होती है शक्ति
वैसे तो मंत्रों के अर्थ इतना महत्व नहीं रखते क्योंकि विशेषज्ञों का मानना है कि मंत्रों के अर्थ में नहीं बल्कि ध्वनि में शक्ति होती है। इसका एक कारण यह भी है
कि इन मंत्रों की उत्पति…
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राशिफल : जानिए, इस माह आपको क्या-कुछ मिलने वाला है
अगस्त माह में आपकी स्थिति कैसी रहेगी, पारिवारिक जीवन, आर्थिक दशा, स्वास्थ्य व कार्यक्षेत्र में क्या हालात बनेंगे |आपकी लग्नराशि पर आधारित कलाशांति ज्योतिष राशिफल। जानिए, इस महीने आपको…
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ध्यान से खुल जाते हैं आत्मा के सारे चक्र
उपदेशों और सिद्धांतो की इतनी भरमार है कि परमात्मा को अर्थात अपने जीवन के परम लक्ष्य को ढूंढना घास में से सुई खोजने के बराबर हो गया है।
कुछ लोगों के लिए आध्यात्मिकता, माया से मुक्त…
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‘थुकदम’ पर शोध खोलेगा जीवन-मृत्यु का रहस्य
मुंबई. गीता में कहा गया है कि शरीर तो एक पुतला मात्र है इसमें मौजूद आत्मा जीव है। यह जिस शरीर में होता है उस शरीर के गुण, कर्म और अपेक्षा के अनुरूप मृत्यु के बाद नया शरीर धारण कर लेता…
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