नईदिल्ली| कोरोना महामारी की सुस्ती के बाद पेश हुए पहले बजट में हर बार की तरह इस बार भी कुछ चीजें सस्ती हुई हैं, तो कुछ महंगी। लेकिन ऐसी बहुत सारी चीजें नहीं हैं, जिन पर असर पड़ा हो। जैसा बहुत पहले हुआ करता था। कुल 18 प्रोडक्ट्स महंगे हुए हैं और महज 8 सामान सस्ते। सोना-चांदी, स्टील के बर्तन, पशुआहार सस्ते होंगे, जबकि मोबाइल, फ्रिज-एसी, गाड़ियां, एलईडी लाइट्स, सोलर इन्वर्टर, जेम्स एंड ज्वैलरी महंगी होंगी। दरअसल 3 साल पहले आए GST ने सामानों और सर्विसेज को महंगा-सस्ता करने की ताकत बजट से छीन ली है।
अब 90% चीजों की कीमत GST तय करता है। लेकिन, विदेश से मंगाई जाने वाली वस्तुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी का असर रहता है और इसकी घोषणा बजट में की जाती है। इसलिए पेट्रोल, डीजल, LPG, CNG और इंपोर्टेड प्रोडक्ट्स जैसे- शराब, लेदर, सोना-चांदी, इलेक्ट्राॅनिक प्रोडक्ट्स, मोबाइल, कैमिकल, गाड़ियां जैसी चीजों की कीमत पर बजट घोषणाओं का असर पड़ता है। इन पर ही सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती या घटाती है। इस बजट में भी वित्त मंत्री ने यही किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑटो पार्ट्स पर 7.5% बढ़ा दी है, इससे गाड़ियां महंगी होंगी। मोबाइल फोन के पार्ट्स, चार्जर और बैटरी पर इंपोर्ट ड्यूटी 2.5% से 5% तक बढ़ा दी गई है। इससे ये चीजें भी महंगी होंगी। सोने-चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी 5% कम की गई है। इससे ज्वैलरी सस्ती होगी। स्टील प्रोडक्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 4.5% तक कम की है। तांबे पर इंपोर्ट ड्यूटी 2.5% घटाई गई है।