राज्यपाल अनुसुईया उइके का अभिभाषण: गांव, खेती और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर केंद्रित
राज्यपाल अनुसुईया उइके के अभिभाषण के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया। राज्यपाल गांव, खेती, ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ही बोलीं।
रायपुर| राज्यपाल अनुसुईया उइके के अभिभाषण के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया। राज्यपाल गांव, खेती, ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ही बोलीं।
राज्यपाल ने कहा सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हर आयाम पर ध्यान दिया है। खेती के प्रति लोगों का बढ़ता रुझान सरकार की बड़ी सफलता है। प्रदेश के 14 आदिवासी बहुल जिलों में चिराग योजना शुरू हुईं है, इससे इन अंचलों में आजीविका के नए अवसर मिलेंगे। जैविक खेती को राज्य सरकार बढ़ावा दे रही है। गोबर से जैविक खाद बनाया जा रहा है ताकि रासायनिक खाद की कमी से निपटा जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि वन पर आश्रित परिवारों को सरकार ने नई ताकत दी है। खेती के लिए 35 हजार से अधिक लंबित पंप कनेक्शन को स्वीकृत किया गया है। डीएमएफ में भी कई सुधार किए गए हैं। ग्रामीण विकास में सरकार ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।पारंपरिक डिजाइन के वस्त्रों को तैयार कराए जा रहे हैं। हस्त शिल्प को नया बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।
इससे पहले सदन की शुरुआत राष्ट्रीय गीत और राजकीय गीत से की गई।भारत रत्न स्वर कोकिला को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही पूर्व विधायक मदन सिंह डहरिया और रमेश वल्यानी को भी श्रद्धांजलि दी गई।
छत्तीसगढ़ का वर्ष 2022-23 का आम बजट 9 मार्च को आना है। बताया जा रहा है, इस बार मुख्य बजट का आकार एक लाख करोड़ रुपए से अधिक का होगा। वित्त विभाग ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं।