रायपुर | विधानसभा में आज भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने पाटन के बठेना में एक ही घर के 5 लोगों की मौत का मामला उठाया। विधानसभा अध्यक्ष ने जब स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया तो भाजपा विधायको ने सदन मे जमकर हंगामा शुरू कर दिया। सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए गर्भगृह में घुस गए।
शून्यकाल में बृजमोहन ने आसन्दी को जानकारी देते हुए बताया कि देश में बठेना जैसी घटना नहीं हुई है। यह घटना बेहद लोमहर्षक है। इस पर स्थगन स्वीकार करके सदन में चर्चा होनी चाहिए।
डॉ रमन सिंह _ने कहा पुलिस विभाग इसे आत्महत्या मान कर चल रहे है। सुसाईडल नोट किसने लिखा यह पता नहीं, अगर इस विषय पर चर्चा होगी तो और भी तथ्य सामने आयेंगे। छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना कभी नहीं हुई। ऐसी क्या परिस्थिति बन रही है कि किसान आत्महत्या के लिए विवश है। यह जानना जरूरी है।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि 9 पन्ने का सुसाईड नोट परिवार के सदस्यों को पढ़ने नहीं दिया गया। मृतक के परिवार को किसी भी कार्रवाई से अवगत नहीं कराया जा रहा है। मामले को दबाने का लगतार प्रयास किया जा रहा है। यह दुखद है कि बिना जांच के मृतक की चरित्र हत्या की जा रही है। मृतक परिवार में 2 लड़कियां भी थी ,उनके साथ दुष्कर्म की भी बड़ी आशंका है। इसकी जांच होनी चाहिए।
भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि भाजपा विधायक दल सोमवार को बठेना के घटना स्थल पर पहुंचा था। शर्मा ने कहा यह हत्या की घटना है इसे आत्महत्या की घटना के रूप में तब्दील करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” का नया रूप से छत्तीसग़ढ अपराध का गढ़ बन चुका है। इसलिए हमने इस विषय पर स्थगन दिया है ,इसे स्वीकार करके चर्चा कराया जाएगा।
भाजपा विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि यह घटना नए प्रकार की है और बेहद दुखद है। इस पर काम रोककर चर्चा होनी चाहिए।
भाजपा विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि आत्महत्या की स्थिति नजर नहीं आती, हत्या को आत्महत्या रचने की योजना बनाई जा रही है।
भाजपा विधायक पुन्नुलाल मोहले ने कहा कि अस्थियो के साथ लोहा भी मिला,ऐसा प्रतीत होता है कि बांधकर उसे चिता में जलाया गया। यह मामला बेहद गंभीर है इसपर चर्चा होनी चाहिए।
भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि वर्दी का खौफ खत्म हो चुका है,लगातार ऐसी बड़ी घटना की पुनरावृत्ति को आमंत्रित किया जा रहा है।
रजनीश कुमार ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि एक ही रस्सी से 2 मृतक एक साथ आत्महत्या कर ले। यह मामला संदेहास्पद है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि खुडमुड़ा की घटना में अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। क्या यही गढबो नवा छत्तीसगढ़ है…..? आखिर ऐसी क्या परिस्थितियां आईं कि पूरा परिवार आत्महत्या कर ले? पूरे देश में ऐसी घटना नहीं हुई होगी। जिस तरह की प्रदेश में घटनाए घट रही है वह दर्दनाक है। उनके पास गाय नहीं थी कहां से इतना कंडा लाया गया,खुद का पैरा नहीं है ….कहा से उन्हे जलाया गया….? ये सबसे बड़ा सवाल है। दलित परिवार का मामला है,विषय गम्भीर है। नई संस्कृति को जन्म देने वाली घटना है। इसे स्वीकार करके चर्चा होनी चाहिए।
भाजपा के सभी सदस्यों से प्रस्ताव सुनने के बाद आसंदी ने स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य कर दिया। इसके बाद विपक्ष के विधायको ने सदन मे जमकर हंगामा शुरू कर दिया। नारेबाजी और हंगमे के बाद सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए गर्भगृह में घुस गए। साथ ही मुख्यमंत्री इस्तीफा दो….जाति, गरीबों पर अत्याचार बंद करो के नारे भी लगये।
विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामे को देखते सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। लेकिन इस बीच भाजपा के सभी सदस्य गर्भगृह में ही धरना देकर बैठे रहे। 10 मिनट बाद सदन शुरू होने के बाद भी भाजपा का हंगामा अनवरत जारी रहा। कुछ देर सदन चलने के बाद फिर सभापति ने सदन को 5 मिनट के लिए हंगामे के कारण स्थगित कर दिया।
इधर सदन से स्वमेव निलंबन के बाद भाजपा के सभी सदस्यों ने विधानसभा परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के सामने आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सभी ने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल से इस्तीफे की मांग की।