पहली नजर का प्यार: विज्ञान क्या कहता है?

फेरोमोन: इन रसायनों का आकर्षण में महत्वपूर्ण योगदान होता है. साझा मूल्य और विश्वास: समान विचारधारा वाले लोग आपस में अधिक आकर्षित होते हैं.

नई दिल्ली। हर साल वेलेंटाइन डे प्यार, रोमांस और उत्साह से भरा आता है. यह संबंधों में जुड़े लोगों को उनके संबंधों को समझने का अवसर देता है और सिंगल लोगों को आत्म-देखभाल और नए संबंधों के लिए तैयार करता है. क्या आपने सोचा है कि प्यार को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कैसे समझा जा सकता है? ‘लव एट फर्स्ट साइट’ यानी ‘पहली नजर’ के प्यार को विज्ञान की दृष्टि से कैसे परिभाषित किया जा सकता है, इसे जानने का हमें एक सुनहरा अवसर मिलता है.

प्यार के पीछे का विज्ञान: वैज्ञानिकों ने प्यार को मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दृष्टिकोण से समझने की कोशिश की है. उनके मुताबिक, प्यार की शुरुआत में तीन मुख्य रसायनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है.

  1. नोरेपिनेफ्रिन: यह भावनाओं को जगाने और एड्रेनालिन उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार है, जिससे दिल की धड़कन तेज होती है और पसीना आता है.
  2. डोपामीन: यह खुशी और उत्साह की भावना को बढ़ाता है.
  3. फिनाइलएथाइलामीन: यह आकर्षण और प्रेम की भावना को उत्तेजित करता है.

प्यार के तीन चरण: वैज्ञानिकों ने प्यार को तीन चरणों में विभाजित किया है:

  1. लस्ट (कामना): इस चरण में पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और महिलाओं में एस्ट्रोजन का प्रभाव होता है.
  2. आट्रैक्शन (आकर्षण): इस चरण में डोपामीन, एड्रेनालिन, और नोरेपिनेफ्रिन जैसे रसायन जोड़ी के बीच खुशी और उत्साह उत्पन्न करते हैं.
  3. अटैचमेंट (बंधन): यह अंतिम चरण है, जिसमें लोग गहरे संबंध बनाते हैं और दीर्घकालिक योजनाएं बनाते हैं.

डॉ. हेलेन फिशर की अध्ययन: प्रमुख मानवज्ञानी डॉक्टर हेलेन फिशर ने इन तीन चरणों की व्याख्या की है. उनके मुताबिक, लस्ट चरण में हार्मोनल परिवर्तन स्तनधारियों में भी देखे जा सकते हैं. जबकि आट्रैक्शन चरण में एड्रेनालिन के प्रभाव से दिल की धड़कन तेज होना, पसीना आना, और चेहरे पर लालिमा जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.

अन्य प्रभावकारी कारक: हार्मोन के अतिरिक्त, अन्य कारक भी यह निर्धारित करते हैं कि हम किसकी ओर खिंचे जाते हैं.

फेरोमोन: इन रसायनों का आकर्षण में महत्वपूर्ण योगदान होता है. साझा मूल्य और विश्वास: समान विचारधारा वाले लोग आपस में अधिक आकर्षित होते हैं.

प्यार एक जटिल और सुंदर अनुभव है, जिसे हार्मोन, रसायन, और अन्य कारकों के माध्यम से समझने की कोशिश की जा रही है. चाहे यह पहली नजर का प्यार हो या गहरे संबंधों का सफर, हर व्यक्ति के लिए प्यार का अनुभव अद्वितीय है. वेलेंटाइन डे पर इस वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्यार को समझना यह त्योहार और भी विशेष बनाता है.

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