पटना| बिहार में खैनी बेचने वाले के बेटे ने यूपीएससी पास कर इतिहास रचा | यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 का फाइनल रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दी। इस बार बिहार से अभ्यर्थियों ने बाजी मारी है। बिहार के कटिहार जिला के रहने वाले शुभम कुमार ने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप किया है।
शुभम कुमार के अलावा बिहार के अभ्यर्थियों ने परीक्षा में सफलता हासिल की है। इन सफल अभ्यर्थियों में कईयों की कहानी काफी प्रेरणादायक है। नवादा जिले के निरंजन कुमार की कहानी भी लोगों के लिए काफी प्रेरणादायक है।
बता दें कि नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखण्ड मुख्यालय के रहने वाले अरविन्द कुमार और यशोदा देवी के पुत्र निरंजन कुमार ने यूपीएससी में सफलता पाई है। इसे 535वां रैंक प्राप्त हुआ है। इसके पहले उन्हें 2016 में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली थी। उस समय उन्हें 728वां रैंक प्राप्त हुआ था। फिलहाल वे दिल्ली में इनकम टैक्स में डिप्टी कमिश्नर के पद पर आसीन है।
निरंजन के पिता मूलतः वारिसलीगंज के निवासी है। वे सालों से पकरीबरावां में रहे हैं। वे पकरीबरावां बाजार में खैनी की दुकान चलाते हैं। निरंजन ने 2004 में जवाहर नवोदय विद्यालय रेवार नवादा से मैट्रिक की परीक्षा पास की। वर्ष 2006 में उसने साइंस कॉलेज पटना से इंटर की परीक्षा पास की। इसके बाद आईआईटी किया। आईआईटी करने के बाद वे कोल इंडिया लिमिटेड धनबाद में सहायक मैनेजर के पद पर काम किया।
इस बीच उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। कम समय मिलने के बावजूद भी वे पूरी तत्परता से लगे रहे। 2016 में उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली और उन्हें इनकम टैक्स में डिप्टी कमिश्नर का पद मिला। इसके बाद भी वे लगे रहे। परिणाम यह हुआ कि एक बार फिर उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली और पहले से बेहतर रैंक प्राप्त हुआ।