धनबाद| आईआईटी आईएसएम धनबाद कैंपस में रिसर्च स्कॉलरों का पहुंचना शुरू हो गया है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर संबंधित छात्रों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। यहां तक कि ऐसे छात्रों को वापस घर भेज दिया जाएगा।
मेन गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग, बैग सेनेटाइजेशन समेत अन्य प्रक्रिया पूरी कर संबंधित छात्रों को जांच के लिए सीधे हेल्थ सेंटर भेजा जा रहा है। वहां मेडिकल चेकअप के बाद छात्र-छात्राएं अपने-अपने हॉस्टल गए। हॉस्टल में छात्र-छात्राएं एक सप्ताह तक क्वारंटाइन रहेंगे। क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद छात्रों को कैंपस के अंदर अपने विभाग आने-जाने की अनुमति मिलेगी।
क्वारंटाइन अवधि में छात्रों को मास्क लगाने, सेनेटाइजर, ड्राई फूड व आधार कार्ड, परिचय पत्र व स्वास्थ्य बीमा कार्ड रखना है। संस्थान की ओर से छात्र-छात्राओं के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीड्योर) जारी किया गया है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर संबंधित छात्रों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। यहां तक कि ऐसे छात्रों को वापस घर भेज दिया जाएगा।
बताते चलें कि 20 सितंबर से यूजी अंतिम वर्ष व पीजी अंतिम वर्ष के छात्रों को बुलाया गया है। छात्र बिना अनुमति बाहर नहीं जा पाएंगे। छात्रों को अंडरटेकिंग फॉर्म भी जमा करना पड़ रहा है। इनमें स्पष्ट है कि छात्र-छात्राएं अपनी जिम्मेवारी पर कैंपस आ रहे हैं। छात्रों से कहा गया है कि क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद एसओपी से संबंधित 11 बिंदुओं का पालन करना होगा।
छात्र अपने साथ पानी का बोतल रखें। हाथ नहीं मिलाएं। नमस्ते बोलें। खाना, कपड़े, किताब, पेपर व अन्य व्यक्तिगत सामान का एक-दूसरे के बीच आदान-प्रदान नहीं करें। अधिक से अधिक ऑनलाइन ही संपर्क करें। सीधे ऑफिस जाने से बचें। यहां तक कि सामूहिक कार्यक्रम नहीं करें।
हॉस्टल में छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खाना उपलब्ध कराया जाएगा। छात्रों को निर्देश दिया गया है कि पीएचडी, प्रोजेक्टव जेआरएफ को मेस फीस का रिसिप्ट 15 हजार रुपए व फाइनल इयर यूजी-पीजी छात्रों को 10 हजार रुपए का फीस रिसिप्ट जमा करें। यही नहीं कैंपस में प्रवेश करते ही छात्रों को कोविड वैक्सीन का सर्टिफिकेट भी जमा करना पड़ रहा है।