अगर आप तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं तो हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही अलग-अलग भाषाएं सीखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
अलग-अलग और नई तरह की भाषा आपको एक अच्छी नौकरी भी दिला सकती है। अगर इन भाषाओं का ज्ञान हिंदी के साथ हो तो आपको नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
स्पेनिश: अगर किसी भाषा को वाकई वैश्विक भाषा का दर्जा मिल सकता है तो वो स्पेनिश है। दुनिया भर में इस भाषा से जुड़े रोजगार के अवसर मिल सकते हैं।
अमेरिका में बड़ी संख्या में ऐसे लोग रहते हैं, जो स्पेनिश बोलते हैं। इसके अलावा मुसाफिरों की तादाद भी काफी है। इसे सीखना तुलनात्मक रूप से आसान है। स्पेन के अलावा ये भाषा दक्षिण अमेरिका के कई देशों और मेक्सिकों में भी बोली जाती है।
जर्मन: जर्मनी के अलावा स्विटजरलैंड में भी ये भाषा काफी प्रचलित है और ये दोनों देश यूरोप में कारोबार का केंद्र माने जाते हैं। ऐसे में ये भाषा कारोबार के लिहाज से अहम है।
फ्रेंच: दुनिया भर में 20 करोड़ से ज्यादा लोग यह भाषा बोलते हैं। दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में आप फ्रेंच बोल-सुन सकते हैं। ये 8 देशों की भाषा है और संयुक्त राष्ट्र में इसे आधिकारिक दर्जा हासिल है।
अंग्रेजी: अंगेजी का महत्व आपको पता ही है। लंदन, अमेरिका समेत यूरोप में प्रमुख तौर पर बोली जाने वाली भाषा है। इससे करियर की असीम संभावनाएं आपके लिए खुलती हैं।
जापानी: अंग्रेजी में कई ऐसे शब्द हैं, जो इसी भाषा में पहुंचे हैं। अगर एशिया के रोबोटिक केंद्र में जगह बनानी है तो जापानी सीखना अनिवार्य समझ लीजिए।
अरबी: 30 करोड़ लोग यही भाषा बोलते हैं। दुबई और आबु धाबी जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों की भाषा है। ये भाषा कई क्षेत्रों में रोजगार दिला सकती है। पश्चिम एशिया और अफ्रीका के कई देशों में ये भाषा इस्तेमाल होती है।