छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य में मजबूत आर्थिक अधोसंरचना विकास के संकेत दिख रहे हैं।पिछले साल केवल कृषि और संबद्ध क्षेत्र ने बेहतर प्रदर्शन किया था। इसकी वजह से कृषि क्षेत्र में 5.48 फीसदी वृद्धि हुई थी। अधिकतर समय लॉकडाउन आदि की वजह से उद्योग क्षेत्र 3.89 और सेवा क्षेत्र में 0.16 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी। इस लिहाज से अब राज्य की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ ली है। -डॉ. लखन चौधरी
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य में मजबूत आर्थिक अधोसंरचना विकास के संकेत दिख रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में छत्तीसगढ़ का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 2 लाख 78 हजार 496 करोड़ रुपया अनुमानित है।
पिछले साल यानी वित्तीय वर्ष 2020-21 में इसका आकार 2 लाख 49 हजार 683 करोड़ था। इस तरह इस तरह वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य में 11.54 फीसदी की विकास दर अनुमानित है। जबकि 2010-11 के स्थिर मूल्य पर वर्तमान वित्तीय वर्ष में देश की विकास दर केवल 9.2 फीसदी अनुमानित है। इसका तात्पर्य है कि छत्तीसगढ़ की विकास दर राष्ट्रीय औसत से 2.34 फीसदी अधिक है।
इसका साफ मतलब यह है कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कोरोना कालखण्ड में भी अच्छी विकास दर के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रही है।
स्थिर मूल्य पर प्रदेश की सकल राज्य घरेलु उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 3.88 फीसदी, उद्योग क्षेत्र का 15.44 फीसदी और सेवा क्षेत्र का योगदान 8.54 फीसदी रहा है। जबकि प्रचलित मूल्य पर इस साल प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 4 लाख 61 करोड़ रुपए हो जाएगा।
साल 2020-21 में प्रचलित मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद 3 लाख 52 हजार 161 था। इस साल सकल घरेलू उत्पाद में कृषि और संबद्ध क्षेत्र का योगदान 81 हजार 317 करोड़ रुपया, उद्योग क्षेत्र का योगदान एक लाख 59 हजार 473 रुपया और सेवा क्षेत्र का योगदान एक लाख 31 हजार 920 रुपया होना अनुमानित है।
प्रचलित मूल्य पर राज्य की सकल राज्य घरेलु उत्पाद में इस साल 13.60 फीसदी बढ़ोतरी अनुमानित है, जबकि पिछले साल कोरोना में सकल राज्य घरेलु उत्पाद यानि ळैक्च् में गिरावट दर्ज की गई थी। आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि 2020-21 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद कोरोना संकट की वजह से प्रभावित हुआ था।
स्थिर मूल्य पर यह 2019-20 की तुलना में 1.37 फीसदी कम रह गया था। पिछले साल केवल कृषि और संबद्ध क्षेत्र ने बेहतर प्रदर्शन किया था। इसकी वजह से कृषि क्षेत्र में 5.48 फीसदी वृद्धि हुई थी। अधिकतर समय लॉकडाउन आदि की वजह से उद्योग क्षेत्र 3.89 और सेवा क्षेत्र में 0.16 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी। इस लिहाज से अब राज्य की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ ली है।
खाद्य, संस्कृति, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत द्वारा सदन में प्रस्तुत आर्थिक ब्यौरे के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल प्रति व्यक्ति आय में 11.93 यानि 12 फीसदी की वृद्धि अनुमानित है। हालांकि यह राष्ट्रीय औसत 16.69 फीसदी से कम है। इस समय देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख 50 हजार 326 रुपया अनुमानित है।
छत्तीसगढ़ के लोगों की औसत आमदनी या कमाई में करीब 12 फीसदी का उछाल आया है। पिछले साल राज्य की प्रति व्यक्ति आय केवल एक लाख 5 हजार 778 रुपए थी। चालू वित्तीय वर्ष के खत्म होने तक इसके एक लाख 18 हजार 401 रुपया हो जाने का अनुमान लगाया गया है। निष्कर्ष यह है कि इस साल राज्य में प्रति व्यक्ति आय में 12 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ राज्य के लागों की औसत आमदनी या कमाई एक लाख 18 हजार रूपए सालाना अनुमानित है।
(लेखक; प्राध्यापक, अर्थशास्त्री, मीडिया पेनलिस्ट, सामाजिक-आर्थिक विश्लेषक एवं विमर्शकार हैं)
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