भुवनेश्वर। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर शुक्रवार को प्रदेश भर में खासकर तीर्थ नगरी पुरी में जबरदस्त उत्साह देखा गया। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालु एक दिन पहले ही पुरी पहुंच गए थे। रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा शुक्रवार को मौसी के घर गुंडिचा मंदिर पहुंचे। रथ खींचने को लेकर भक्त भी काफी उत्साहित दिखे।
भगवान बलभद्र के तालध्वज रथ को श्रद्धालुओं ने लगभग 1 बजे खींचना शुरू किया। इसके बाद देवी सुभद्रा के दर्पदलन रथ और भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ को खींचा गया। भगवान जगन्नाथ नौ दिन तक मौसी के घर गुंडिचा मंदिर में रहेंगे। बता दें कि गजपति महाराजा दिब्यसिंह देव द्वारा छेरा पहरा अनुष्ठान के बाद रथों को खींचना शुरू किया गया था।
रथ पर सवार देवताओं की एक झलक पाने के लिए पुरी में लाखों भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था। बता दें कि पिछले दो वर्षों के दौरान कोविड-19 के कारण रथयात्रा की अनुमति नहीं दी गई थी। दो साल बाद रथयात्रा के आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में काफी हर्ष देखा गया। देवताओं को कल रथों से गुंडिचा मंदिर ले जाया जाएगा जिसे महाप्रभु की जन्म बेदी भी कहा जाता है।