रायपुर | बिलासपुर के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी omicron की एंट्री हो गई | यहाँ एक साथ इसके 4 मरीज मिले हैं | इसके पहले छत्तीसगढ़ में omicron का पहला मरीज बिलासपुर में चिन्हित किया गया था |
राजधानी रायपुर निवासी इन 4 omicron मरीजों में से 2 हाल ही में दुबई से लौटे थे | इन सभी का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था, जहां इन सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल ने इसकी पुष्टि की है।
बिलासपुर में विगत 5 जनवरी को संयुक्त अरब अमीरात से लौटे व्यक्ति में omicron का संक्रमण पाया गया था | जो छत्तीसगढ़ का omicron का पहला मरीज था |
पढ़ें : Omicron से आप इस तरह बच सकते हैं
इसके करीब हफ्ते भर बाद राजधानी रायपुर में omicron की एंट्री ने स्वास्थ्य अमले की चिंता बढ़ा दी है | कोरोने के नये सवरूप omicron का संक्रमण बहुत तेज होता है |
बता दें राजधानी रायपुर में जिला प्रशासन ने आज बुधवार से नाइट कर्फ्यू का आदेश जारी कर दिया है । रायपुर जिले में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वीमिंग पूल और लाइब्रेरी आदि को बंद कर दिया है। सभी मॉल, जिम, सिनेमाघर, ऑडिटोरियम, रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल को क्षमता के एक तिहाई लोगों की उपस्थिति के साथ संचालित की जा सकती हैं।
राज्य में अब तक कुल 3.28 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए
छत्तीसगढ़ में कोरोना से बचाव का पहला टीका लगवाने वालों की संख्या दो करोड़ को पार कर गई है। प्रदेश में पिछले साल जनवरी में कोरोना टीकाकरण की शुरूआत के बाद से अब तक दो करोड़ 40 हजार 129 लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है।
इनमें 18 वर्ष से अधिक के एक करोड़ 92 लाख 56 हजार 768 नागरिक और 15 से 18 वर्ष के सात लाख 83 हजार 361 किशोर शामिल हैं। दोनों आयु वर्गों में क्रमशः 98 प्रतिशत और 48 प्रतिशत आबादी को पहला टीका लगाया जा चुका है।
होम आइसोलेशन
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे कोरोना संक्रमितों के डिस्चार्ज के संबंध में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री नीरज बंसोड़ ने इस बारे में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) को परिपत्र जारी किया है।
संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं ने सभी सीएमएचओ को भेजे परिपत्र में कहा है कि कोविड-19 के लक्षण वाले या बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनका इलाज एवं स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग होम आइसोलेशन में की जा रही है, उन्हें पॉजिटिव पाए जाने की तिथि से कम से कम सात दिनों में, यदि उन्हें अंतिम तीन दिनों (पांचवें, छटवें और सातवें दिन) में बुखार नहीं हो, तो होम आइसोलेशन से छुट्टी दी जा सकती है। डिस्चार्ज के पहले कोरोना जांच की जरूरत नहीं है।