नई दिल्ली | कोरोना के Omicron वेरिएंट ने दुनिया के 90 से ज्यादा देशों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है | नीदरलैंड ने जहाँ लॉकडाउन की घोषणा की है वहीँ ब्रिटेन भी बढ़ते संक्रमण को देखते क्रिसमस के बाद लॉकडाउन लगाएगा | उधर जर्मनी और फ्रांस ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है |
इजराइल ने सोमवार को Omicron वेरिएंट के प्रसार को देखते हुए अमेरिका, कनाडा और जर्मनी समेत 10 देशों को अपनी नौ-फ्लाई सूची में जोड़ते हुए यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं | यात्रा प्रतिबंध की सूची में शामिल अन्य देश बेल्जियम, कनाडा, जर्मनी, हंगरी, इटली, मोरक्को, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड और तुर्की हैं
इधर भारत में मामले धीरे–धीरे बढ़ने लगे हैं | राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं | गुजरात ने अपने 8 प्रमुख शहरों में जहां 31 दिसंबर की रात नाइट कर्फ्यू लगा दिया है, वहीं मुंबई पुलिस ने पूरे शहर में 31 दिसंबर तक धारा 144 लगा दी है|
भारत में ओमीक्रोन के मामले बढ़ने लगे
गुजरात के अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर 2021 की रात तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है| नाइट कर्फ्यू का समय रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा|
मुंबई में क्रिसमस और नए साल के मौके पर कुछ गाइडलाइन जारी की है, जिसमें किसी हॉल और होटल में सिर्फ 50% लोग की जमा हो सकते है| इसके साथ ही सभी को कोविड के नियमों का पालन करना जरूरी होगा|
विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि Omicron ओमिक्रॉन वेरिएंट, इसके डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और पहले से ही वैक्सीन लगवा चुके लोगों या कोविड-19 बीमारी से उबर चुके लोगों में संक्रमण पैदा कर रहा है| डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस अथानोम घेब्रेयसस ने जिनेवा में आयोजित एक समाचार ब्रीफिंग में कहा, अब लगातार सबूत हैं कि ओमिक्रॉन, कोरोना के डेल्टा संस्करण की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है|
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि 89 देशों में कोरोना का नया वैरिएंट Omicron फैल चुका है और सामुदायिक प्रसारण वाले क्षेत्रों में मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है|
Omicron के मामले तो बढ़ ही रहे हैं, साथ ही कई हिस्सों में डेल्टा वेरिएंट भी कहर बरपा रहा है|
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन उच्च स्तर की जनसंख्या प्रतिरक्षा वाले देशों में तेजी से फैल रहा है| डब्ल्यूएचओ ने कहा है ओमिक्रॉन से बचाव का सबसे कारगर उपाय अभी वैक्सीन नहीं, बल्कि मास्क हैं| सोशल डिस्टेंसिंग, वेंटिलेशन, और स्वस्थ माहौल फिलहाल अधिक कारगर हैं| इन सब का लगातार पालन किया जाना चाहिए|
इधर विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया के देशों को ब्रिटेन या डेनमार्क से सबक लेनी चाहिए. इन देशों ने अपने यहां बचाव के उपाय लागू करने में देर की और इसका नतीजा हुआ कि कोरोना महामारी फिर से विकराल रूप ग्रहण कर चुकी है| ब्रिटेन में नए संक्रमण के 93 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं| ये वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था| (deshdesk)