नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना के वैरिएंट ओमिक्रॉन के दहशत के बीच फ्रांस में मिले एक नये वैरिएंट IHU ने सबकी नीदें उड़ा दी हैं | फ्रांस के वैज्ञानिकों ने एक और नए वैरिएंट का पता लगाया है, जो ओमिक्रॉन से भी ज्यादा तेजी से फैलता है।
फ्रांस के मार्सेल्स के पास यह नया वैरिएंट 10 दिसंबर को मिला था लेकिन तब इसका नाम नहीं रखा गया था | अब इसका नाम IHU रखा गया है और इसके 12 मामले फ्रांस में सामने आ चुके हैं। ये सभी संक्रमित लोग अफ्रीकी देश कैमरून की यात्रा से लौटे थे।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों की खोज में सामने आए B.1.640.2 यानी IHU वैरिएंट के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह टीका लगवा चुके और एक बार संक्रमित हुए लोगों को भी शिकार बना सकता है। इस वैरिएंट के 46 म्यूटेशन हो सकते हैं, जो ओमिक्रॉन के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं।
इधर who वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़शन ने इस वैरिएंट को वैरिएंट अंडर इन्वेस्टीगेशन का लेबल दिया है | विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि फ्रांस के अलावा किसी और देश में यह वैरिएंट अब तक नहीं मिला है।
उधर महामारी विज्ञानी एरिक फेगल डिंग ने ट्विटर पर कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट्स सामने जरूर आ रहे हैं, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि ये पुराने वैरिएंट्स के मुकाबले ज्यादा खतरनाक हैं। वैरिएंट्स को लेकर जो चिंता जताई जा रही है, उसमें सबसे खतरनाक वो हैं, जिनके म्यूटेंट ज्यादा हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट में मल्टीप्लाई होने की क्षमता है और इसके चलते यह ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहली बार दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को पता लगा था। तब से अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।
भारत में Omicron अब तक यह 23 राज्यों में फैल चुका है। देश भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के अब तक 1892 मामले सामने आ चुके हैं। वैसे ओमिक्रॉन को लेकर राहत की बात यह कही जा रही है कि यह डेल्टा जैसे अन्य तमाम वैरिएंट्स के मुकाबले कमजोर है।
कितना खतरनाक है IHU वैरिएंट ?
इस वायरस IHU और B16402 के बारे में IHU इंस्टिट्यूट में पता लगा था। इस वैरिएंट के 46 म्यूटेशन हैं और यह वैक्सीन को भेद कर आसानी से शरीर में जा सकता है। इस नए वैरिएंट को लेकर चिंता करने की जरुरत इसलिए है क्योंकि यह ओमिक्रोन से भी खतरनाक हो सकता है। यह सबसे ज्यादा म्यूटेशन वाला कोरोना वैरिएंट है।