नई दिल्ली | छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में स्थिति बिगड़ गई है। कोरोना संक्रमण रफ़्तार तेज होने से भयावह हालात सामने आ रहे हैं| संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 अप्रैल को प्रदेश के सभी संभाग मुख्यालयों के विभिन्न समाज- प्रमुखों एवं सामाजिक संगठनों से चर्चा करेंगे।
बता दें छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 9,921 नए मामले दर्ज किये गये हैं, वहीं 53 लोगों की मौत इन 24 घंटे में हुई है। प्रदेश में अब कुल मरीजों की संख्या 3.86 लाख से ज्यादा हो गयी है। वहीं कुल एक्टिव केस अब 52445 हो गयी है। प्रदेश में 1552 मरीज कोरोना से स्वस्थ्य भी हुए हैं।
रायपुर में कोरोना संक्रमण ने अब तक का रिकार्ड तोडा यहाँ 2821 नये मरीज मिले| दुर्ग में 1838 , राजनांदगांव में 940 नये मरीज मिले हैं। बालोद में 289, बेमेतरा में 276, कवर्धा में 267, धमतरी में 274, बलौदाबाजार में 242, महासमुंद में 468, बिलासपुर में 545, रायगढ़ में 189, कोरबा में 294, जांजगीर में 155, मुंगेली में 113, सरगुजा में 210, सूरजपुर में 132, जशपुर में 209, कांकेर में 210 नये मरीज मिले हैं।
इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कुल कोविड-19 मामलों का छह प्रतिशत और कुल मौतों का लगभग 3 प्रतिशत आंकड़ा दर्ज हुआ जो चिंता का कारण है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार ने कोविड-19 मामलों में हालिया वृद्धि के मद्देनजर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में 50 उच्च-स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों का गठन किया है और उन्हें 50 जिलों में तैनात किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों को महाराष्ट्र के 30 जिलों, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों और पंजाब के नौ जिलों में राज्य के स्वास्थ्य विभागों और स्थानीय अधिकारियों को कोविड-19 निगरानी और नियंत्रण उपायों में सहायता के लिए भेजा जाएगा।
केंद्र सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उच्च-स्तरीय टीम तीन राज्यों के लिए नोडल अधिकारियों के साथ रिपोर्ट और समन्वय करेगी।
केंद्र ने राज्यों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या 70 प्रतिशत तक बढ़ाने का सुझाव दिया है।