ओडिशा के लोगों से चार करोड़ रुपये की ठगी करने वाले ट्रस्ट का पर्दाफाश, रांची से दो गिरफ्तार

 ओडिशा अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक फ्रॉड ट्रस्ट से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने राज्य में लोगों से चार करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की थी। ईओडब्ल्यू के एसपी दिलीप कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को यहां प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों व्यक्तियों को हाल ही में झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया गया है।

भुवनेश्वर। ओडिशा अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक फ्रॉड ट्रस्ट से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने राज्य में लोगों से चार करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की थी। ईओडब्ल्यू के एसपी दिलीप कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को यहां प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दोनों व्यक्तियों को हाल ही में झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया गया है।

ईओडब्ल्यू एसपी ने कहा कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हमने वास्तव इंडिया ट्रस्ट नाम के एक ट्रस्ट के खिलाफ जांच की। पूछताछ के दौरान, हमने पाया कि ट्रस्ट ने बिना किसी अधिकार लोगों से मैट्रिक छात्रवृत्ति और एलईडी व सोलर इलेक्ट्रिक बल्ब देने के वादे पर चार करोड़ से अधिक रुपए ले लिए।

 त्रिपाठी ने कहा कि ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने “चुनलो आसमान” नामक कार्यक्रम के तहत 24 महीने के लिए प्रति माह 1000 रुपये की प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान करने के वादे पर एलईडी और सौर बल्ब प्रदान करने के लिए प्रति व्यक्ति सदस्यता शुल्क के रूप में 1,650 रुपये और सदस्यता शुल्क के रूप में 3,000 रुपये लिए थे। लोगों का विश्वास जीतने के लिए ट्रस्ट ने भी पहले चरण में 100 छात्रों को छात्रवृत्ति शुल्क के रूप में 1,000 रुपये वितरित किए। हालांकि, उन्होंने किसी अन्य छात्र को कोई पैसा जारी नहीं किया।

जांच के दौरान पाया गया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष, सचिव, परियोजना प्रबंधक और सीएमडी फरार हैं और शहर में प्रधान कार्यालय और शाखा कार्यालय बंद हैं।  एसपी ने कहा कि तथ्य मिलने के बाद हमारी एक टीम रांची गई और स्थानीय पुलिस की मदद से तनवीर नाजरी और मोहम्मद अब्दुल हसन नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया। नाजरी और हसन ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव थे।

उन्होंने बताया कि दोनों को रांची जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया गया और फिर ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया। पूछताछ के बाद उन्हें कटक में ओपीआईडी ​​कोर्ट में पेश किया गया।

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