भुवनेश्वर,17 | छत्तीसगढ़ के तीन कट्टर माओवादियों ने ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। ओडिशा के डीजीपी अभय ने सोमवार को यह जानकारी दी। डीजीपी ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा कि भाकपा (माओवादी) के तीन सदस्य- बीजापुर थाना क्षेत्र के इसुरनाग गांव के लखमा मंडवी उर्फ लखन, किस्ताराम थाना क्षेत्र के कमलपाड़ गांव के गंगा माकम उर्फ नितेश उर्फ सेंद्रा और चिंताकुपा थाना क्षेत्र के दुलाद के सुका सोदी उर्फ नबीन ने आत्मसमर्पण किया है। ये माओवादी ओडिशा राज्य समिति के केकेबीएन डिवीजन के तहत संचालित कोडंगा-महानदी-संजुक्ता क्षेत्र समिति के सदस्य हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीनों को उत्तरी कंधमाल और आसपास के क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। माओवादियों ने ओडिशा के मुख्यमंत्री की मुख्यधारा के समाज में शामिल होने और विकासात्मक पहलों व समर्पण और पुनर्वास नीति का हिस्सा बनने की अपील के मद्देनजर हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण का फैसला किया है।
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों ने यह भी खुलासा किया कि उनका पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मोहभंग हो गया था। वह मानसिक और शारीरिक रूप से निचले पायदान के कार्यकर्ताओं को मजबूर और परेशान करते थे।
डीजीपी ने कहा कि तीनों उग्रवादियों का आत्मसमर्पण उत्तरी कंधमाल में माओवादी योजना और उनके मनोबल को झटका देगा।