नई दिल्ली । टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57 किलो भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करने वाले पहलवान रवि कुमार दहिया हरियाणा के सोनीपत शहर के नाहरी गांव के रहने हैं।
इस शहर से कई नामी पहलवान निकले हैं। रवि इस गांव के तीसरे ओलंपियन हैं। उनसे पहले महावीर सिंह (मॉस्को ओलंपिक-1980 और लॉस एंजिल्स ओलंपिक-1984) तथा अमित दहिया (लंदन ओलंपिक-2012) भी इसी गांव के रहने वाले हैं। उनके गांव में कुश्ती काफी लोकप्रिय है।
ट्रेनिंग केन्द्र के जिस कमरे में रवि रहते हैं उसी में लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त भी रहते थे। रवि ने कहा कि योगेश्वर के छत्रसाल स्टेडियम छोड़ने के बाद यह कमरे उन्हे दिया गया।
रवि तैयारी के लिए रूस भी गये थे वहां उन्होंने कोच मुराद गैदारोव की देखरेख में काफी महीनों तक अभ्यास किया था। रूस में मिली ट्रेनिंग को लेकर उन्होंने कहा था
कि यहां मुझे काफी सीखने को मिला क्योंकि मैं रोज नए पहलवानों से सामना होता था और कोच मुराद मेरे सामने रोज नई चुनौती रखते थे। इससे मुझे अपने खेल को सुधारने और खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनान में काफी मदद मिली।