कोलकाता| हाई कोर्ट के निर्देश पर मृत भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की लाश का दूसरी बार पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन मृत भाजपा कार्यकर्ता के भाई ने दूसरे के शरीर का पोस्टमार्टम करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उसने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है। मृतक के भाई ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है।
उसने दावा किया कि उसके भाई का शरीर इतना सड़ा हुआ था कि वह उसे पहचान नहीं कर सका। उसने यहां तक शिकायत की कि शव किसी और का है। घटना दो मई को शुरू हुई थी। भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार का शव काकुरगाछी में बरामद किया गया। वह पार्टी के ट्रेड यूनियन का नेता था।
परिवार का आरोप है कि राजनीतिक कारणों से अभिजीत की हत्या की गई। तृणमूल कांग्रेस के बदमाशों ने उसकी हत्या की है। भाजपा का दावा है कि सत्ताधारी पार्टी की मदद से बदमाशों ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ता को बुरी तरह पीटे जाने के बाद गला रेत कर हत्या कर दी। इस दिन अलीपुर कमांड अस्पताल में भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के शरीर का दूसरी बार पोस्टमार्टम किया गया।
शव की शिनाख्त करने के लिए परिजन मौजूद थे। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य भी थे। मुर्दाघर से बाहर आकर मृतक के भाई ने कहा कि राज्य सरकार सबूतों को नष्ट करने के लिए शव को जल्दी से विघटित करने की कोशिश कर रही है।