रायपुर | छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह आज कवर्धा रवाना होने से पहले मिडिया को सवाल का जवाब देते कहा कवर्धा शांति का टापू रहा है लेकिन कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद इस तरह की विस्फोटक स्थिति पैदा हो गई | जहाँ कभी धारा 144 नहीं लगा वहां curfew की नौबत आ गई |
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं वहां जाकर लोगों से बात करूँगा कि आखिर इस तरह की नौबत क्यों आई | प्रशासन का उपयोग राजनीतिक दृष्टि से किया जा रहा है। प्रशासन दबाव में कम कर रहा है . एकतरफा कार्रवाई हो रही है |
आज 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार करके बहुसंख्यक समाज को प्रताड़ित करना चाहते हैं |प्रताड़ना देकर कवर्धा के लोगों को क्या बताना चाहते हैं ?
कवर्धा जिले को बंधक बनके क्या शांति स्थापित हो सकती है ? गंभीरता से बात हो , मैं निशर्त रिहाई के साथ न्यायिक जाँच की मांग करता हूँ |
न्यायिक जाँच में जो दोषी हों उन पर कार्रवाई हो, दोनों पक्षों पर कार्रवाई हो| जिस तरह से एकतरफा कार्रवाई हो रही है और कवर्धा में जो हालात बन रहे हैं उसे देखने मैं जा रहा हूँ |
बता दें इसके पहले भी डॉ. रमन सिंह कहा था जेल में जो हमारे बच्चे जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनसे भी मिलने का प्रयास करूंगा। जब तक जज के द्वारा ज्यूडिशरी इन्क्वायरी नहीं होगी, तब तक मामले का निराकरण नहीं होगा।
रमन सिंह ने कहा था कि कवर्धा की स्थिति राज्यपाल को हमने बता दी है। शांति का टापू राजनीतिक दबाव, प्रेशर व संचालित होने वाले FIR की बदौलत विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है। आम आदमी 70-80 लोगों के खिलाफ ऐसे-ऐसे मामले दर्ज किए जा रहे हैं कि उनको गिरफ्तार करके उन पर दबाव डाला जाए।
बता दें डॉ रमन सिंह लाठीचार्ज से घायल पीड़ितों और परिजनों से मुलाकात करेंगे| मुलाकात के बाद शाम 4 बजे रायपुर वापस लौटेंगे| कवर्धा में झंडा विवाद को लेकर दो समुदाय में बवाल के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था| लाठीचार्ज में दर्जनों कार्यकर्ता चोटिल हुए हैं|