रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते आपराधिक मामलों के खिलाफ मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा का घेराव किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व राजधानी के दो पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत ने किया। जिला और प्रदेश संगठन स्तर के कई बड़े नेता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। बड़ी संख्या में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और हंगामा भी किया। भाजपा का यह प्रदर्शन मंगलवार की दोपहर पंडरी मेन रोड के पास जीवन बीमा कार्यालय के करीब से शुरू हुआ।
पार्टी कार्यकर्ता और नेतागण प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर विरोध जताने विधानसभा घेराव करने निकले थे। पुलिस ने पहले से ही कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग कर रखी थी। जैसे ही भाजपा के नेता विधानसभा का घेराव करने आगे बढ़े। पुलिस के साथ भाजपाइयों की झूमाझटकी शुरू हो गई। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए भाजपा नेता आगे बढ़े। पुलिस द्वारा लगाए गए 12 फीट ऊंचे बैरिकेड को भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया और आगे बए़ गए।
प्रदर्शन में जोश इस कदर हावी था कि सड़क पर वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत भी नारेबाजी कर रहे थे। समर्थकों के साथ मौजूद इन नेताओं ने विधानसभा की तरफ कदम बढ़ाए तो पुलिस ने रोका। कुछ देर बाद राजेश मूणत सड़क पर बैठ गए। इनके साथ समर्थक भी सड़क पर बैठकर धरना देने लगे। पुलिस के समझाने के बाद भी ना तो समर्थक उठने को राजी हुए ना ही राजेश मूणत।
भाजपाइयों के सड़क से न उठने पर पुलिस ने राजेश मूणत समर्थकों को बस में ठूंसना शुरू कर दिया। पुलिस के उठाने की कोशिशों के बावजूद कार्यकर्ता उठने को राजी नहीं थे। तब हाथ-पैर पकड़कर पुलिस इन्हें उठा ले गई। कुछ देर बाद पुलिस के अफसर मूणत के पास भी पहुंचे, उनसे सड़क से उठने का आग्रह किया। मूणत ने अफसरों के आगे हाथ जोड़कर सड़क से हटने से मना कर दिया। तब पुलिस वालों ने मूणत को भी हाथ और पैर पकड़कर उठा लिया। मूणत चिल्लाते रहे और पुलिस उन्हें उठाकर बस तक ले गई। करीब 1 घंटे तक चले जबरदस्त हंगामे के बाद पुलिस ने बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा के 500 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी दिखाई।