शशि थरूर की रहस्यमयी पोस्ट: कांग्रेस में बढ़ती दरार?

शशि थरूर की रहस्यमयी पोस्ट: कांग्रेस में बढ़ती दरार?

नई दिल्ली: कांग्रेस में आंतरिक मतभेद की अटकलों के बीच सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार एवं उद्योग सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ एक सेल्फी साझा की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “ब्रिटेन के व्यापार एवं उद्योग सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ बातचीत करना अच्छा रहा, जिसमें भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे. लंबे समय से रुकी हुई मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की वार्ताओं को फिर से शुरू किया गया है, जो स्वागतयोग्य है.”

हाल ही में, केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) सरकार की औद्योगिक नीति की प्रशंसा करने के कारण शशि थरूर को कांग्रेस पार्टी के भीतर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. इसके बाद, उन्होंने एक्स पर एक रहस्यमयी पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “जहां अज्ञानता सुखद है, वहां बुद्धिमानी मूर्खता है.”

रविवार को थरूर ने संकेत दिया कि यदि पार्टी को उनकी नेतृत्व क्षमता की आवश्यकता नहीं है, तो उनके पास अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा, “अगर पार्टी मेरे योगदान को उपयोगी समझती है, तो मैं मौजूद रहूंगा. यदि नहीं, तो मेरे पास अपनी किताबें, भाषण और दुनिया भर से आमंत्रण हैं. यह न समझें कि मेरे पास कोई और विकल्प नहीं है.”

हालांकि, पार्टी के भीतर उठ रहे असंतोष की खबरों और कांग्रेस से संभावित दूरी पर पूछे गए सवालों पर उन्होंने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

दिल्ली हवाई अड्डे पर पत्रकारों द्वारा घेरने पर थरूर ने संक्षेप में कहा, “इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं.” साथ ही, उन्होंने मीडिया कर्मियों से क्रिकेट मैच देखने की सलाह देते हुए कहा, “आज का मैच महत्वपूर्ण है, उसे देखिए.”

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वह तिरुवनंतपुरम से चार बार सांसद चुने जा चुके हैं और अगर कांग्रेस को उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं होती, तो उनके पास किताबें लिखने और वैश्विक मंचों पर भाषण देने के अन्य विकल्प मौजूद हैं.

केरल में विधानसभा चुनाव 2026 में होने वाले हैं, और थरूर का दावा है कि स्वतंत्र एजेंसियों के किए गए जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, वह केरल में नेतृत्व की दौड़ में सबसे आगे हैं.

इससे पहले, एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित उनके लेख में पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार की आर्थिक नीतियों की प्रशंसा की गई थी, जिसे राज्य में उनके कुछ कांग्रेस सहयोगियों की आलोचना का सामना करना पड़ा.

बाद में, थरूर ने स्पष्ट किया कि उनका लेख पूरे केरल की आर्थिक स्थिति का आकलन करने के लिए नहीं था, बल्कि केवल एक विशिष्ट विषय – स्टार्टअप इकोसिस्टम के तहत बदले हुए औद्योगिक माहौल – पर केंद्रित था.

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