इस्लामाबाद| पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली (संसद) को भंग करने की सलाह दी है और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की है। इससे एकजुट विरोधियों को खासा झटका पहुंचा है | पाकिस्तान के संविधान के अनुसार अब अगले 90 दिन के अंदर चुनाव होगा।
पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग करने के बाद अपने संबोधन के दौरान “विदेशी साजिश” के दावे को दोहराया| उन्होंने कहा, मेरी कार्रवाई ने विपक्ष को चौंका दिया है।
इसके पहले नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने रविवार को खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद पांच के खिलाफ बताते हुए खारिज कर दिया। विपक्ष की ओर से अध्यक्ष असद कैसर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद सूरी ने संसद के अहम सत्र की अध्यक्षता की।
विपक्ष के सदस्य जब सदन पहुंचे तो वे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आश्वस्त दिखाई दिए, लेकिन प्रस्ताव खारिज होने के बाद उन्होंने फैसले का विरोध किया।
विपक्ष को खान को सरकार से बाहर करने के लिए 342 में से 172 सदस्यों के समर्थन की ज़रूरत है जबकि उन्होंने दावा किया है कि उनके पास 177 सदस्यों का समर्थन है।
वर्ष 2018 में सत्ता में आए इमरान का राजनीतिक करियर के नाजुक मोड़ पर हैं | उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने बहुमत खो दिया है। उनकी दो सहयोगी पार्टियों ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया और विपक्ष के खेमे से हाथ मिला लिया है।