भुवनेश्वर। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इकाई ने मंगलवार को मंत्री नब दास की हत्या को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला और जांच की निगरानी व निगरानी के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जेपी दास की नियुक्ति को अवैध करार दिया है।
पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा नेता पीतांबर आचार्य ने कहा कि यह अदालत की निगरानी वाली जांच नहीं है। ओडिशा हाईकोर्ट द्वारा जांच की निगरानी के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जेपी दास को न्यायिक रूप से नियुक्त नहीं किया गया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को न्यायिक जांच होने पर दस्तावेज दिखाने की चुनौती भी दी। आचार्य ने कहा कि हम सीबीआई से तीसरे पक्ष की जांच की मांग करते हैं।
भाजपा नेता ने अपराध शाखा की जांच को लेकर भी राज्य सरकार की आलोचना की। नब दास के समर्थक चर्चा कर रहे हैं कि उनकी हत्या के पीछे सत्ताधारी नेता हैं। मुख्यमंत्री असली कातिल का खुलासा करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने पूछा कि अगर नब दास अपराधी थे सीएम ने उसे मंत्री कैसा बना दिया था।
उन्होंने कहा कि अपराधियों को छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है। घटनाओं की जांच कर रहे अधिकारियों ने सभी सबूत नष्ट कर दिए हैं, इसलिए मामले की तीसरे पक्ष से जांच कराई जानी चाहिए।