देश डेस्क
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में गतिरोध पर कहा कि अडाणी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार की ओर से यह पूरा तमाशा खड़ा किया गया है.
राहुल गाँधी ने उम्मीद जताई कि शुक्रवार को लोकसभा में उन्हें अपनी बात रखने दिया जाएगा क्योंकि सरकार के चार मंत्रियों ने सदन में उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं. हालांकि उन्होंने यह अंदेशा भी जताया कि शायद लोकसभा में उन्हें बोलने नहीं दिया जाए.
ब्रिटेन में अपने एक बयान को लेकर संसद के दोनों सदनों में जारी हंगामे के बीच गुरुवार को कहा कि उन्होंने भारत या भारतीय संसद के खिलाफ कुछ नहीं कहा है और यदि उन्हें संसद में बोलने की अनुमति मिलेगी तो वह इस बारे में अपना पक्ष रखेंगे. वे स्वदेश लौटने के बाद गुरुवार को पहली बार संसद पहुंचे थे.
राहुल ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा, अगर वे मुझे संसद में बोलने की अनुमति देते हैं, तो मैं जो सोचता हूं वह कहूंगा। जब वह संसद के अंदर बोलेंगे तो यह भाजपा को पसंद नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अनुमति नहीं दी गई तो वह संसद के बाहर बोलेंगे.
बता दें संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष के सदस्य लंदन में राहुल गांधी द्वारा भारतीय लोकतंत्र के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहे हैं.