नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रथम स्मरणीय बाबा सोमनाथ की अर्द्धशक्ति देवी पार्वती मंदिर का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे।
मंदिर के शिलान्यास के साथ ही पीएम मोदी सोमनाथ मंदिर परिसर के चारों ओर बनाए गए परिपथ का लोकार्पण भी करेंगे। पीएम मोदी खुद सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं।
सोमनाथ मंदिर परिसर में 21 करोड़ रुपए की लागत से सफेद संगमरमर से बनने वाले मां पार्वती के मंदिर का शुभारंभ 9 अगस्त को अमांत श्रावण मास की शुरुआत से हो सकता है। उल्लेखनीय है कि मंदिर ने कई बार विध्वंस देखा है लेकिन आज भी इसकी शोभा कम नहीं हुई है।
आजादी के बाद देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की अगुवाई में 8 मई 1950 को सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू हुआ था और देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 11 मई 1951 में यहां ज्योतिर्लिंग की स्थापना कराई थी।
इसके बाद 1 दिसंबर 1955 को इसे राष्ट्र को समर्पित किया गया। हालांकि मंदिर 1962 में पूरा हुआ था। हालांकि ऐतिहासिक पार्वती मंदिर अभी भी परिसर में खंडहर जैसे ही है।
यह लगभग 15 ऊंचे श्रीयंत्र जैसे चबूतरे की शक्ल में बना हुआ है। अब यहां पर मंदिर का निर्माण होगा। इस मंदिर में स्थापित देवी पार्वती का विग्रह अब भूतभावन भगवान सोमनाथ मंदिर के गर्भगृह में है।
सोमनाथ मंदिर अरब सागर के बिल्कुल किनारे है, सरकार ने 45 करोड़ रुपए की लागत से यहं पर सवा किलोमीटर लंबा वॉक वे बनाया गया है। यह मुंबई के मरीन ड्राइव की तरह सागर के किनारे घुमावदार है।
इस पर लोग पैदल सैर कर सकेंगे। पर्यटक, श्रद्धालु और स्थानीय लोग यहां टहलते हुए मंदिर के दिव्य वातावरण का भी आनंद उठा सकते हैं।