भुवनेश्वर| देश भर में 14 महिलाओं से शादी कर उन्हें ठगने वाले ओडिशा निवासी 54 बरस के एक व्यक्ति को भुवनेश्वर पुलिस ने गिरफ्तार किया है | ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले का निवासी रमेश चंद्र स्वैन उर्फ बिधू प्रकाश स्वैन उर्फ रमानी रंजन स्वैन 5 बच्चों का पिता है | वह अधेड़ उम्र की अविवाहित महिलाओं को निशान बनाता था|
भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दास ने मीडिया को जानकारी देते बताया कि आरोपी को पिछले साल जुलाई में यहां महिला थाने में नई दिल्ली की एक शिक्षिका की शिकायत के आधार पर भुवनेश्वर में किराए के आवास से गिरफ्तार किया गया ।
डीसीपी ने बताया , आरोपी स्वैन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में डिप्टी डायरेक्टर जनरल रैंक का अधिकारी बनकर 2018 में दिल्ली आर्य समाज में महिला से शादी की थी। बाद में, शिक्षक को पता चला कि आरोपी ने उसे धोखा दिया है और शिकायत दर्ज कराई थी |
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि स्वैन ने डिप्टी डायरेक्टर जनरल के तौर पर फर्जी पहचान देकर कम से कम 14 महिलाओं से शादी की थी। वह वैवाहिक वेबसाइटों के जरिए पीड़ितों से संपर्क स्थापित करता था।
आरोपी अधेड़ उम्र की अविवाहित महिलाओं को अपना निशाना बनाता था, जो साथी की तलाश में रहती थी। इनमें वकील, शिक्षक, डॉक्टर और उच्च शिक्षित महिलाएं, हैं जिनमें से ज्यादातर ओडिशा से बाहर की हैं।
डीसीपी दास ने बताया , उसका एकमात्र इरादा पैसे को इकट्ठा करना और महिलाओं से शादी करने के बाद उनकी संपत्ति हासिल करना था।
आरोपी स्वैन पांच बच्चों का पिता है। उसने पहली शादी 1982 में की और दूसरी शादी 2002 में की।
जांच के दौरान, पुलिस ने यह भी पाया कि स्वैन ने पंजाब में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की एक महिला अधिकारी से शादी की थी और उससे 10 लाख रुपये वसूले थे।
डीसीपी ने कहा कि उसने गुरुद्वारे से 11 लाख रुपये की ठगी की, जहां सीएपीएफ अधिकारी के साथ विवाह समारोह आयोजित किया गया था।
इससे पहले, स्वैन को केरल पुलिस ने 2006 में 13 बैंकों से करीब एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश देने का वादा करके कई छात्रों को धोखा देने के बाद उसे हैदराबाद पुलिस की एक टास्क फोर्स ने भी गिरफ्तार किया था। उसने हैदराबाद के एक नर्सिंग होम के मालिक समेत छात्रों से करीब 2 करोड़ रुपये वसूल किए थे।
पुलिस पहले ही स्वैन द्वारा ठगे गए 14 पीड़ितों में से 9 से संपर्क कर चुकी है और उन्हें संदेह है कि कई अन्य महिलाएं भी उसकी शिकार हो सकती हैं और वे अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा और स्थिति में बाधा डालने के डर से बाहर नहीं आ सकती हैं। रमेश सबसे ज्यादा समय असम में रहा है।
डीसीपी ने कहा कि किसी भी महिला का परिचय हम नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि इससे उनकी निजता प्रभावित होगी। जांच जारी है
डीसीपी ने कहा कि उसके खिलाफ धारा 498 (ए), 419, 468, 471 और 494 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बेहतर जांच के लिए महिला पुलिस के साथ एक विशेष टीम बनाई जाएगी| पुलिस उसे रिमांड पर लाकर धोखाधड़ी के पैसे के लेन-देन की भी जांच करेगी।
आरोपी रमेश स्वैन के घर की तलाशी के दौरान पुलिस ने 11 एटीएम कार्ड, अलग-अलग पहचान वाले 4 आधार कार्ड और अलग पहचान का एक बिहार स्कूल का सर्टिफिकेट जब्त किया है।