विगत 3 अगस्त को एक हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त पायलट कैप्टन जयंत जोशी का शव लगभग ढाई महीने बाद रविवार को रंजीत सागर बांध जलाशय से बरामद किया गया |
सेना के हेलीकॉप्टर पायलट कैप्टन जयंत जोशी के अवशेष हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के ढाई महीने बाद पठानकोट के पास रंजीत सागर बांध में मिले।
सेना को रंजीत सागर जलाशय की तलाशी ऑपरेशन के लिए 600 घंटे से अधिक समय और 300 गोता लगाने पड़े |इस ऑपरेशन के समापन के लिए जयंत के पिता हरीश जोशी ने नेवी के प्रति आभार जताया |
मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) में सेवारत अधिकारी हरीश जोशी के बेटे, कैप्टन जयंत एक प्रशिक्षित कमांडो, हमलावर पायलट और एक बहादुर सैनिक थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा प्रतिष्ठित आर्मी पब्लिक स्कूल, धौला कुआँ से की और बाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
जयंत ने 2017 में 9वीं सिख लाइट इन्फैंट्री में कमीशन दिया गया था और दो साल बाद पठानकोट स्थित 254वें आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन में शामिल हो गए थे। (deshdesk)