नई दिल्ली| यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। कृषि कानूनों के विरोध ने तब हिंसक रूप ले लिया, जब अज्ञात व्यक्तियों ने किसानों पर गोलियां चलाईं। कुछ प्रदर्शनकारियों के वाहनों की चपेट में आने से आक्रोशित किसानों ने तीन जीपों में आग लगा दी। इनमें से एक वाहन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा का बताया जा रहा है। क्षेत्र में तनाव अभी भी बना हुआ है, जबकि विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो रहे हैं। इस बीच मिश्रा ने कहा कि उनके बेटे पर किसानों के समूह में आए बदमाशों ने हमला कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपेड पर कब्जा कर लिया था।
इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्रा और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। इसी दौरान काफिले में शामिल अजय मिश्रा के बेटे अभिषेक ने अपनी गाड़ी किसानों पर चढ़ा दी। यह देखकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अभिषेक मिश्रा की गाड़ी समेत दो गाड़ियों में आग लगा दी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत वहां जा रहे हैं और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार सुबह वहां पहुंचेंगी।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है, जिन्होंने कथित तौर पर अपनी कार से किसानों को टक्कर मारी थी।