deshdigital
कोलकाता| सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से चार बांग्लादेशी महिलाओं को पकड़ा जो खुद के मुंबई में काम करने वाली घरेलू सहायिका होने का दावा कर रही थीं। यह महिलाएं गैरकानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत से बांग्लादेश की सीमा में घुसने का प्रयास करती हुई पकड़ी गईं।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी बयान में बताया गया कि जीतपुर सीमा चौकी इलाके में रात ढाई बजे आरोपी महिलाएं जूट के खेत में छुपी हुई थीं और रात के अंधेरे में सीमा पार करना चाहती थी। बयान में कहा गया कि 23-40 आयु वर्ग के बीच की महिलाओं को एक खुफिया सूचना के आधार पर सीमा पर तैनात 99वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने खेत में घेराबंदी अभियान के दौरान पकड़ लिया।
पूछताछ के दौरान महिलाओं ने स्वीकार किया कि वे किसी भारतीय दलाल की सहायता से बांग्लादेश वापस जा रही थीं।गिरफ्तार महिलाओं की पहचान अमीना शेख (23), महिनूर शेख (40), रेशमा शेख (30) के रूप में हुई। तीनो बांग्लादेश के यशोर जिले के सारसा थाना अंतर्गत सकरीपोटा गांव की रहने वाली है। वही चौथी महिला नुरजहां शेख (25), बांग्लादेश के नरेल जिले की रहने वाली है।
आगे की पूछताछ में अमीना शेख और महिनूर ने बताया वे छह और आठ महीने पहले गैर कानूनी तरीके से भारत आई थी और मुंबई के नागपाड़ा में घरेलू सहायिका (बाई) का काम करती थी। इसके साथ ही इन्होंने बताया की जहां वे काम करती थी वहां और भी कई बंग्लादेशी महिलाएं बाई का काम करतीं हैं।
वहीं एक अन्य महिला रेशमा शेख ने बताया कि वह दो महीने पहले भारत आई थी और महाराष्ट्र के ठाणे में साइसेट्रिक हॉस्पिटल धर्मवीर नगर में अपने इलाज करवा रही थीं। जहां तीन जून तक भर्ती भी रही थी। उसके बाद वह भी महिनुर के साथ टेमकर गली, पोस्ट नागपाड़ा में रहने लगी। वहीं, नूरजहां शेख ने बताया कि वह एक साल पहले भारत आई थीं और मुंबई के नालासोपारा में बाई का काम करती थी।