नई दिल्ली । अगर आप भी कोरोना वैक्सीन लगवाकर बिना मास्क के अपना कामकाज कर रहे हैं,तब आपको सावधान होने की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने चेतावनी दी है कि भारत और युगांडा में नकली कोविशील्ड वैक्सीन मिली है।
डब्लूएचओ ने नकली कोविशील्ड वैक्सीन पर चेतावनी जारी की है। इस साल जुलाई-अगस्त में नकली वैक्सीन मिली है। इसके बाद कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई ) ने भी इसकी पुष्टि कर दी है, कि बाजार में नकली कोविशील्ड वैक्सीन लोगों को दी जा रही है।
डब्लूएचओ को नकली कोविशील्ड वैक्सीन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीकी देश युगांडा में मिली थी। इसके बाद दक्षिण पूर्व एशिया में भी कोविशील्ड की नकली वैक्सीन की खबरें मिली है।
डब्लूएचओ ने कहा, नकली कोविड वैक्सीन लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। यह किसी देश के लोगों और उसके हेल्थकेयर सिस्टम पर बड़ा बोझ डाल सकती है आम लोगों को नुकसान से बचाने के लिए नकली कोविड वैक्सीन की पहचान कर बाजार से बाहर करना बहुत जरूरी है।”
डब्लूएचओ ने कहा है कि नकली कोविशील्ड वैक्सीन की पुष्टि की जा चुकी है। नकली कोविशील्ड वैक्सीन पर डोज की पहचान और अन्य दिक्कतें भी हैं।
डब्लूएचओ ने कहा है कि कोविशील्ड वैक्सीन के बैच नंबर 4121जेड040 और 10-08-2021 की एक्सपायरी डेट वाली वैक्सीन नकली हैं।
नकली कोविशील्ड वैक्सीन में कुछ दो एमएल की डोज वाली वैक्सीन हैं। पुणे सीरम दो एमएल वाले कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति नहीं करती। डब्लूएचओ ने सभी हेल्थ सेंटर्स, सप्लायर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स को नकली वैक्सीन से सर्तक रहने की सलाह दी है।