नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार ने भारत बायोटेक के अंकलेश्वर स्थित प्लांट को कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के उत्पादन की मंजूरी दे दी है।
मंडाविया ने ट्वीट किया, सरकार ने भारत बायोटेक के गुजरात के अंकलेश्वर संयंत्र में टीके के उत्पादन की अनुमति दे दी है। मंजूरी से देश में कोविड-19 के टीके की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण ‘सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन’ के अनुरूप इससे टीके की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिलेगी।इस साल मई में भारत बायोटेक ने कहा था कि वह अपने अंकलेश्वर संयंत्र में कोवैक्सीन की 20 करोड़ अतिरिक्त खुराक का उत्पादन करने की योजना बना रही है।
भारत में अब तक 6 टीकों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है,इसमें सीरम इंस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन,रूस का स्पूतनिक वी और मॉडर्ना का टीका व जॉनसन एंड जॉनसन का टीका शामिल हैं।
बता दें देश में अभी तक लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की 51 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी देकर बताया कि शाम सात बजे तक की अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को टीके की 54,91,647 खुराक दी गई।
इनमें से 18 से 44 आयुवर्ग के 26,66,611 लोगों को पहली खुराक और 4,59,352 लोगों को दी गई दूसरी खुराक शामिल है।मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में 18 से 44 वर्ष उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
अब तक देश में इस आयुवर्ग के 17,95,70,348 लोगों को पहली खुराक और 1,24,91,475 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। आंकड़ों के मुताबिक पांच राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक दी गई है।
वहीं, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, केरल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के करीब 10 लाख लोगों को टीके की कम से कम पहली खुराक लग चुकी है।