सोशल मीडिया पर नोटों से भरी एक आलमारी की तस्वीर खूब वायरल हो रही है | लोग तरह तरह के कमेन्ट कर रहे हैं | कई लोगों को उत्सुकता होगी कि आखिर यह कहाँ से बरामद हुआ इसका मालिक कौन है ? आखिर अफसर भी इसे देख हैरान रह गये | नोटों की इन गड्डियों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये रकम किसी छोटे –मोटे व्यापारी की तो नहीं होगी |
आयकर विभाग ने 6 अक्तूबर, 2021 को हैदराबाद स्थित हेटरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप पर छापेमारी की थी | इस दौरान विभाग ने 142 करोड़ रुपये नगद जब्त किये | आयकर विभाग ने हेटरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप के 6 राज्यों में करीब 50 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था|
हेटरो फार्मास्यूटिकल समूह इंटरमीडिएट्स, एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडियंट्स (एपीआई) तथा फार्मूलेशन के व्यवसाय से जुड़ा है| इसके अधिकांश उत्पाद विदेशों अर्थात् अमेरिका, यूरोप, दुबई एवं अन्य अफ्रीकी देशों में निर्यात किए जाते हैं। इस कंपनी ने भारत में कोविड वैक्सीन Sputnik V के निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ करार किया है|
तलाशी के दौरान उन गुप्त ठिकानों की पहचान की गई, जहां बही खातों के दूसरे सैट तथा नकदी पाए गए थे। डिजिटल मीडिया, पेनड्राइव, दस्तावेज आदि के रूप में आपत्तिजनक साक्ष्य प्राप्त हुए हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है।
तलाशी के दौरान कई बैंक लॉकर पाए गए हैं, जिनमें से 16 लॉकर परिचालित किए गए हैं। इन तलाशियों में अभी तक 142.87 करोड़ रुपये के बराबर की बेहिसाबी नकदी जब्त की गई है। ऐसा अनुमान है कि अभी तक लगभग 550 करोड़ रुपये के बराबर की बेहिसाब आय का पता चला है।
इन तलाशियों के दौरान, नकली और गैर-मौजूद निकायों से की गई खरीदों में विसंगतियां तथा व्यय के कुछ शीर्षों में कृत्रिम बढ़ोत्तरी पाई गई। इसके अतिरिक्त, भूमि की खरीद के लिए धन के भुगतान के साक्ष्य भी मिले। कई अन्य कानूनी मुद्दों की भी पहचान की गई जैसे कि व्यक्तिगत खर्चों को कंपनी के बही खातों में प्रदर्शित किया गया तथा संबंधित पक्षों द्वारा सरकारी पंजीकरण मूल्य से कम पर जमीन की खरीद की गई। (deshdesk)