मुंबई । अमेरिका की कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने कोरोना वैक्सीन के लिए भारत में जल्दी मंजूरी पाने के लिए आवेदन किया था उसे वापस ले लिया है। कंपनी ने इस कदम के पीछे की वजह सार्वजनिक नहीं की है।
भारतीय दवा नियामक डीसीजीआई से यह जानकारी मिली। जॉनसन एंड जॉनसन ने इस साल अप्रैल में अपने टीके के ट्रायल भारत में करने के लिए आवेदन किया था।
अभी भारत में सिर्फ एक ही विदेशी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो रूस की स्पुतनिक-वी है। इसके अलावा भारत में मॉडर्ना, फाइज़र समेत अन्य वैक्सीन की एंट्री पर काम चल रहा है। लेकिन अभी तक किसी को भी मंजूरी नहीं मिली है। भारत अभी तक सिर्फ तीन वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहा है, जिनमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक-वी शामिल हैं।
गौरतलब है कि जॉनसन एंड जॉनसन दुनिया की जानी-मानी कंपनी है, जो मेडिकल से जुड़े उत्पाद बनाती है। कंपनी के मुताबिक उनकी कोरोना वैक्सीन की सिंगल डोज 85 फीसदी कारगर है। कंपनी का दावा है कि उनकी वैक्सीन साउथ अफ्रीका, ब्राजील वैरिएंट पर भी कारगर है। गौरतलब है कि भारत में इस साल जनवरी में वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है।
देश में अभी तक 47 करोड़ के करीब वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं, जबकि करीब 10 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। देश में रोजाना एक दिन औसतन 50 लाख वैक्सीन की डोज लगाई जा रही हैं।