नई दिल्ली | आख़िरकार सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया टाटा के हवाले करने मंत्रियों के समूह की मंजूरी मिल गई है | यानि करीब 68 साल बाद एअर इंडिया की घर वापसी कर दी गई है। हालांकि अभी इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है लेकिन एक दो दिनों में इस संबंध में सरकार की आरे से जानकारी दिये जाने की संभावना है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयर इंडिया के लिए टाटा संस की बोली को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह के समक्ष रखा गया था जिसे मंजूरी मिल गयी है| इस समूह वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, कॉमर्स मंत्री पियूष गोयल और एविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं|
एअर इंडिया का रिजर्व प्राइस 15 से 20 हजार करोड़ रुपये तय किया गया था। स्पाइस जेट के श्री अजय सिंह ने व्यक्ति स्तर पर बोली लगाई थी। टाटा ग्रुप ने स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह से करीबन 3 हजार करोड़ रुपये ज्यादा की बोली लगाई थी ।
बता दें सन 1932 में टाटा ग्रुप ने एअर इंडिया को ही शुरू किया था। तब इसका नाम टाटा एअर सर्विस था| भारी-भरकम कर्ज से दबी दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी एअर इंडिया को बेचने की योजना चल रही थी | पिछले 21 साल से एअर इंडिया को बेचने की कई बार कोशिश हुई। पर हर बार किसी न किसी कारण से यह मामला अटक गई थी |