अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटों बलों की वापसी से पहले तालिबान देश पर हर ओर से कब्जा करता जा रहा है| आज रविवार सुबह तालीबान ने जलालाबाद पर कब्जा के बाद राजधानी काबुल में प्रवेश किया है |
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक तालिबान रविवार को अफगानिस्तान में कुल जीत के कगार पर थे, उनके लड़ाकों ने राजधानी काबुल के बाहरी इलाके में इंतजार करने का आदेश दिया और देश के आंतरिक मंत्री ने माना कि सरकार “सत्ता के हस्तांतरण” की तैयारी कर रही है |
समाचार एजेसी रायटर के मुताबिक अब तालिबान विद्रोहियों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रवेश किया। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तालिबान ‘हर तरफ से’ आ रहे थे, लेकिन आगे कोई विवरण नहीं दिया|
बता दें आज रविवार सुबह तालीबान के जलालाबाद पर कब्जा के बाद से काबुल देश के पूर्वी हिस्से से कट गया था ।
उधर अफगानिस्तान के कार्यवाहक आंतरिक मंत्री ने रविवार को एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि तालिबान के साथ लड़ाई का अतिक्रमण करने के बावजूद काबुल “सुरक्षित” है। अब्दुल सतार मिर्जाकवाल ने कहा कि सत्ता “शांतिपूर्वक स्थानांतरित” होगी|
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक काबुल के अलावा जलालाबाद ही ऐसा इकलौता प्रमुख शहर था जो तालिबान के कब्जे से बचा हुआ था। अब अफगानिस्तान की केंद्रीय सरकार के अधिकार में काबुल के अलावा सात अन्य प्रांतीय राजधानी बची हैं।
तालिबान ने रविवार सुबह कुछ तस्वीरें ऑनलाइन जारी कीं जिनमें उसके लोगों को नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में गवर्नर के दफ्तर में देखा जा सकता है।
प्रांत के सांसद अबरारुल्ला मुराद ने एसोसिएटिड प्रेस को बताया कि चरमपंथियों ने जलालाबाद पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान ने पिछले सप्ताह में अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था जिसके बाद अफगानिस्तान की केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
उधर, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने वहां मौजूद अपने राजनयिक स्टाफ की मदद के लिए सैनिकों को भेजा है।
अफगानिस्तान के चौथे सबसे बड़े शहर मजार-ए-शरीफ पर शनिवार को चौतरफा हमलों के बाद तालिबान का कब्जा हो गया था और इसके साथ ही पूरे उत्तरी अफगानिस्तान पर चरमपंथियों का कब्जा हो गया।