40 बरस पहले चोरी गई मूर्तियाँ पुजारी ने ही चुराई थीं

तमिलनाडु में 40 बरस पहले  चोरी गई मूर्तियाँ  पुजारी ने ही चुराई थीं | आरोपी पुजारी इसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में था और पकड़ा गया |

चेन्नई। तमिलनाडु में 40 बरस पहले  चोरी गई मूर्तियाँ  पुजारी ने ही चुराई थीं | आरोपी पुजारी इसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में था और पकड़ा गया |

पुलिस के मुताबिक   सिरकाझी के पास नेनमेनी गांव में  धातु की दो मूर्तियां  चोरी हुई थीं |  इसे पुजारी एन. सत्यमूर्ति ने नेनमेनी के श्री विशालाक्षी विश्वनाथ मंदिर में   छिपा दिया था| 75 बरस का बुजुर्ग  पुजारी इसी मंदिर में पुजारी था |

पुलिस  अधिकारियों के मुताबिक  वह इन मूर्तियों को करोड़ों रुपये में बेचने की योजना बना रहा था और संभावित खरीदारों के साथ चर्चा में लगा हुआ था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस टीम ने चार दशक पहले मन्नानकोइल के श्री नल्लाकथायी मंदिर से चार मूर्तियों के लापता होने की जांच के दौरान पुजारी से मुलाकात की और बुधवार को उसे गिरफ्तार किया । मूर्तियां श्री नल्लकथायी, श्री कंजामलीश्वरर, श्री विनायक और श्री अंजनेयर की थीं।

एडीएसपी आर राजाराम ने मीडिया को बताया कि सूर्यमूर्ति और उनके पिता नतेसन सिरकाझी में कुछ मंदिरों में काम कर रहे थे और कई मूर्तियों को सुरक्षित रखने के बहाने घर ले गए थे। 2003 में नतेसन का निधन हो गया और सूर्यमूर्ति कुछ मूर्तियों को वापस मंदिर में लाए थे।

पुलिस पिछले चार दशकों में तमिलनाडु में हुई अन्य मंदिर चोरी में उसके शामिल होने कि भी जाँच में लगी है |

 

 

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