उदयपुर| सोमवार को देर शाम को कोसा बाड़ी उदयपुर में एक महिला का शव सड़ी गली अवस्था में देखी गई थी जिसकी सूचना उदयपुर पुलिस को दी गई सूचना देने के दौरान ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त किया कि महिला को जलाया गया है ।
मंगलवार की सुबह तस्दीक के दौरान पता चला कि सुबासो अगरिया पति रामप्रसाद अगरिया उम्र 65 साल मूलनिवासी चिंगारा डांड थाना चंदौरा जिला सूरजपुर जो कि वर्तमान में 2 माह से बेटी के घर उदयपुर अटल आवास कालोनी में रह रही थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला भिक्षा मांग कर जीवन यापन करती थी कई बार घर के बाहर ही सो जाया करती थी विगत 10 दिनों पूर्व ग्राम पुटा की ओर भिक्षा मांगने निकली हुई थी और दोबारा घर नहीं लौटी।
मंगलवार की सुबह जंगल में महिला का शव मिलने की सूचना पर महिला के परिवार वाले पहुंचे वहां मौजूद उसके कपड़े गले की माला तथा गोदना से उक्त महिला की पहचान हुई ।
बेटी के घर से 10 दिन पूर्व निकली थी
पीएम रिपोर्ट के बाद होगा मौत के कारणों का खुलासा
लगभग 10दिन पुराना होने से शव सड़ी गली अवस्था में थी । सिर के बाल पूरे झड़ गए थे। शरीर काला पड़ा हुआ था। शरीर के कुछ हिस्सों जांघ पैर इत्यादि को जानवरों द्वारा नोच डाला गया था। शव में बुरी तरह से कीड़े पड़ गए थे। शव से उठ रही दुर्गंध से शव के आसपास जाना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था।
परिजनों ने बताया कि भिक्षा मांगने के दौरान कई बार वह कई दिनों तक घर नहीं लौटती थी इस वजह से इस बार भी उसके घर नहीं आने पर उसकी खोज बीन नहीं की गई।
जंगल में महिला का शव मिलने की सूचना पर उदयपुर पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम को घटना स्थल बुलाया गया था। पुलिस की टीम व अन्य सभी द्वारा मंगलवार को घटनास्थल पर सघनता से जांच करते हुए देखा गया, जांच में ग्रामीणों द्वारा महिला को जलाए जाने का आरोप अफवाह निकली ।
आगे की कार्यवाही के लिए पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
उक्त कार्यवाही के दौरान एस डी ओ पी अखिलेश कौशिक, एफ एस एल अधिकारी कुजूर जी, थाना प्रभारी धीरेंद्र नाथ दुबे, सहायक उप निरीक्षक रविंद्र सिंह सौकी लाल राज, प्रधान आरक्षक संतोष गुप्ता आरक्षक देवनारायण कवर, विमल सिंह अजय शर्मा महिला आरक्षक सावित्री ध्रुव सैनिक अपीकेश्वर एवं नीरज साहू सक्रिय रहे|
deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत