उदयपुर| उदयपुर विकासखंड के ग्राम लक्ष्मणगढ़ में आरईएस विभाग द्वारा लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से बालक छात्रावास भवन का निर्माण ठेकेदार के माध्यम से किया जा रहा है । ठेकेदार द्वारा मजदूरों और वाहनों का 5 लाख से अधिक का भुगतान रोक दिया गया है | जबकि RES एसडीओ शैलेंद्र भारती के मुताबिक उक्त ठेकेदार को अब तक 20 लाख का भुगतान किया जा चुका है |
जुलाई 2021 से शुरू छात्रावास भवन निर्माण में प्रतिदिन लगभग 40 लोग कम कर रहे थे। वर्तमान में 14 -15 मजदूरों द्वारा काम किया जा रहा था ।
मजदूरों के मुताबिक काम प्रारंभ होने के वक्त शुरूवात ठेकेदार द्वारा नाम मात्र की राशि का मजदूरी भुगतान किया जाकर स्थानीय मजदूरों व मिस्त्री से काम कराया जाता रहा। । वर्तमान में भवन डोर लेबल तक बन कर तैयार है।
मजदूरों की मानें तो ठेकेदार द्वारा भुगतान की मांग पर गाली गलौज और जान से मारने की धमकी तक दी जा चुकी है| जिसका ऑडियो वायरल हो रहा है।
मजदूरों – गाड़ी मालिकों ने संबंधित इंजीनियर, एसडीओ से भी मदद लेने की कोशिश की परंतु समस्या का समाधान अब तक नहीं हो सका।
लम्बे समय तक भुगतान नही मिलने और ठेकेदार के आश्वासनों से नाराज लोगों ने अंततः थाना में इसकी शिकायत की । पर पुलिस ने न्यायालय की शरण में जाने की राय दी ।
मजदूरी भुगतान नहीं होने से लोगों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों से समस्या को लेकर कई बार गुहार किए जाने के बाद अब मजदूरों और वाहन मालिकों ने काफी आक्रोश है। मजदूरों ने निर्णय लिया है जब तक मजदूरी भुगतान नहीं होगा काम बंद रहेगा।
इस सम्बन्ध में RES एसडीओ शैलेंद्र भारती ने बताया ठेकेदार के द्वारा बिल लगाने बाद बीस लाख से अधिक का भुगतान कर दिया गया है फिर भी मजदूर और वर्किंग वाहनों का भुगतान नहीं किया है तो गलत बात है।
करोड़ों की लागत वाले इस छात्रावास भवन निर्माणमें काम करने वाले मजदूर विक्रांत, गोकुलदास , मनोज, कपिल, महेश यादव, गीतेश, अर्जुन, राजू, बबन, सहदेव, आशाराम, संजय, बंधन, भुवन दास, सुशील, सनीदेवा, संजय, अकालू, केश्वर, अनिल, बिंदेश्वर, गेडाराम, सुखदेव, सुशील, सोभनाथ, विनोद, अर्जुन जीवन सहदेव भीम सिंह जवाहिर और धनेश्वर सहित आसपास गांव के मजदूर हैं जिनका भुगतान लंबित है।
deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत की रिपोर्ट
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