उदयपुर| एकता परिषद के तत्वाधान में शांति एवं सद्भावना पदयात्रा का मिरगा डांड में समापन हुआ . ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों ने यात्रा का समर्थन किया.
11 से 21 सितम्बर 2024 भूदान दिवस से विश्व शांति दिवस तक पदयात्रा एवं शांति सभा छत्तीसगढ के जिला सरगुजा ब्लॉक उदयपुर में आयोजित किया गया. इसी कड़ी में एकता परिषद के तत्वाधान में पदयात्रा मृगाडांड से उदयपुर तक आयोजित किया गया. शांति सभा का संचालन रघुवीर दास एकता परिषद राज्य समन्वयक उत्तर छत्तीसगढ़ ने किया.
कार्यक्रम के शुरुआत में जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह उदयपुर, आशाराम ललाती सरपंच, सिद्धार्थ सिंह देव पूर्व विधायक प्रतिनिधि, ओमप्रकाश सिंह जनपद पंचायत उदयपुर के अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं संगठन के मुखिया श्रीमति मानमति, श्रीमति मीना , श्रीमति रतियानो , श्रीमति रजनी देवी ,व प्रमिला तिग्गा आदि के द्वारा गांधी जी के छाया चित्र में पूजा अर्चना माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. उसके पश्चात प्रमिला केरकेट्टा एवं अमरनाथ फुलसुंदरी के द्वारा सर्व धर्म प्रार्थना करवाए एवं जय जगत का गीत भी गाया गया.
न्याय, शांति ,सदभावना पदयात्रा मृगा डांड से लेकर उदयपुर सीमा तक पदयात्रा किया. पण्डो सामुदायिक भवन मृगाडांड के प्रांगण में शांति सभा आयोजित किया गया सभा में 37 गांवो से लगभग 450 सदस्यों, संगठन के मुखिया महिलाओं व पुरुषों ने भाग लिया .
शांति एवं सद्भावना के उद्देश्य को बताते हुए रघुवीर दास ने बताया कि एकता परिषद के संस्थापक श्री राजगोपाल पी. व्ही के नेतृत्व में शान्ति एवं सद्भावना पद यात्रा कनाडा अमेरिका में विश्व शांति दिवस तक कर रहे हैं. श्री राजगोपाल जी का संदेश अहिंसा, महात्मा गांधी के सिद्धांतो पर आधारित है. उन्होंने दुनिया भर में शांति और अहिंसा का प्रचार, सामाजिक न्याय, समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के अधिकारों के लिए हर व्यक्ति को समान अवसर और सम्मान मिलना है. अहिंसा और सादगी संदेश ने हमें बताया है कि प्रकृति का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है यह पदयात्रा उसी विचारधारा का प्रतीक है. इसमें लोगो को जल और संरक्षण स्वच्छ ऊर्जा का प्रयोग व प्रदुषण नियंत्रण की जानकारी दी जाएगी.
ओमप्रकाश ने शांति सदभावना पदयात्रा में भाग लिए हुए समस्त महिला पुरुष मुखिया एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि गांधी जी के सिद्धांत को गांधी जी के बताये मार्ग सत्य अहिंसा को जन जन तक पहुंचाने का संदेश दे रहे हैं यह काफी सराहनीय है.
यात्रा के दौरान आए समस्याओं और मांगों से अनुविभागीय अधिकारी उदयपुर को अवगत कराया गया. जिनमें व्यक्तिगत अधिकार पत्र जो भरे हैं पात्रता अनुसार उनकी जांच करवाकर अधिकार पत्र दिलवाना, दावा करने के उपरांत उनके दावा को जो अपात्र हैं और अपील भी किए हैं, उन्हें पुनः जांच करवाना, सामुदायिक वन संसाधन का अधिकार दावा लगाए हैं उनका जांच करवाकर अधिकार दिलवाना, सूची में नाम है परंतु अधिकार पत्र नहीं प्राप्त हुआ है उसे भी दिलाने जैसे मांग व समस्या शामिल हैं.
कार्यक्रम के सफल आयोजन में शीतल बोध एकता परिषद अध्यक्ष जिला सरगुजा , अमरनाथ कार्यकर्ता, मुखिया उत्तम दास, श्रीमति मानकुंवर, मधु, श्री मति मीना, श्री मति रजनी , सूरज, मुन्ना दास, अनिल राम, रामसाय , धीरन, जगदम्बा एवं कार्यकर्ता प्रमिला केरकेट्टा, अमर नाथ, श्री मति फुलसुंदरी, सुश्री प्रमिला तिग्गा व रघुवीर दास जी का सराहनीय योगदान रहा.
deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत