छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के सूरजपुर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की बीबी व बेटी की घर घुसकर हत्या कर दी गई. जब प्रधान आरक्षक ड्यूटी से घर लौटा तो उसे घटना का पता चला. उसने देखा कि घर में खून के निशान थे और उसकी पत्नी और बेटी गायब थे. दोनों की लाश सोमवार की सुबह करीबन 5 किलोमीटर दूर पीढ़ा गांव में नग्न अवस्था में बरामद की गई.
इधर घटना से आक्रोशित भीड़ ने आरोपी के घर और गोदाम में आग लगा दी और बीच-बचाव करने पहुंचे एसडीएम जगन्नाथ वर्मा की पिटाई कर दी. तनाव को देखते पुलिस बल तैनात कर दिए गये हैं.
घटना की सूचना मिलते ही एसपी सहित आलाधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं. पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
पुलिस ने रात में ही कई स्थानों की घेराबंदी की थी और कई वाहनों की जांच की, जिसमें एक संदिग्ध जो पुलिस को देख कार को छोड़कर वहां से भाग गया. यह कार सूरजपुर के आदतन अपराधी कुलदीप साहू की है. बताया गया कि सूरजपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख सूरजपुर रिंग रोड में किराये के मकान में पत्नी मेहू फैब व बेटी आलिया शेख के साथ रहते हैं. रविवार रात को पेट्रोलिंग के लिए निकले हुए थे, उनके घर में में उनकी पत्नी व बेटी थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने घर में घुसकर उनकी पत्नी व बेटी की हत्या कर दी और दोनों को लाश को ग्राम पीड़ा में खेत में फेंक दिया था. इस हत्याके बारे में तब पता चला जब प्रधान आरक्षक ड्यूटी से वापस घर लौटा. घर में उनकी पत्नी और बेटी के नहीं मिलने और जगह-जगह खून को छींटे देख अपने अधिकारियों को सूचना दी.
बहरहाल, प्रधान आरक्षक से भी जानकारी जुटाई जा रही है. दोनों की हत्या क्यों की गई यह भी बड़ा सवाल है. अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्यारे जो भी थे उन्होंने पूरे मामले की रेकी की थी. उन्हें पता था कि प्रधान आरक्षक रात देर से लौटेगा.
इस घटना पर पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि सभी छत्तीसगढ़ वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं. अपराधी निर्भीक हैं. जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है.